पाली. जिले में जल संकट के बाद हुई पानी की किल्लत में लोगों के हलक तर करने के लिए वाटर ट्रेन मंगवाने की प्रक्रिया काफी तेज हो चुकी है. पाली जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र से इस मामले को गंभीरता से लेते नजर आ रहे हैं. ऐसे में शुक्रवार को जैन पाली में वाटर ट्रेन आने से पहले वाटर पंप का निरीक्षण किया और वहां की प्रक्रिया के बारे में फीडबैक भी लिया.
उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द सभी वाटरहोल की सफाई करने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद कलेक्टर ने वाटर ट्रेन के ट्रैक और वहां पानी खाली होने वाली होग्यो को भी देखा. गौरतलब है कि पाली में गत वर्ष मानसून के समय औसत से भी कम बारिश हुई थी. ऐसे में पाली में गत वर्ष से ही पेयजल संकट मंडराना शुरू हो गया था. पाली में एकमात्र जवाई बांध हैं. जिसने पाली में अभी तक लोगों की हलक तर की हैं, लेकिन अब उसमें भी पानी खत्म होने की कगार पर है.
आपको बता दें कि पाली के हालात यह थे कि सर्दियों के समय से ही पाली में 2 दिन के अंतराल में पानी की सप्लाई शुरू कर दी गई थी. गर्मी आते आते अंतराल 3 दिनों तक चला गया. अब प्रशासन इस अंतराल को 4 दिन से करने की तैयारी कर रहा है. इसका प्रस्ताव भी जिला कलेक्टर ने सरकार को भिजवा रखा है. जिला कलेक्टर ने बताया कि 15 दिन में पाली में जल संकट के लिए मांगा गया बजट मिल जाएगा. इसके बाद तुरंत पाली में पानी लाने के लिए वाटर ट्रेन को शुरू कर दिया जाएगा.