पाली. जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति भयावह है. बांगड़ अस्पताल में हालात खराब हैं. रोजाना कोरोना संक्रमण से मौतें हो रही हैं. लेकिन पाली जिला बेपरवाह है. सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू लगाया है लेकिन आम जनता पर उसका असर नहीं दिख रहा है.
लॉकडाउन के बावजूद बाजारों में भीड़ दिख रही है. न सोशल डिस्टेंस की पालना हो रही है और न ही संक्रमण से बचाव को लेकर कोई कवायद. ऐसे में पुलिस लोगों पर सख्ती भी कर रही है. लेकिन फिर भी लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है.
पाली जिले में पिछले 5 दिनों में 8 से ज्यादा संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है. पोस्ट कोविड 13 मरीजों की जान भी बीते 5 दिनों में जा चुकी है. ये वो लोग थे जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी लेकिन फेफड़ों में कोरोना संक्रमण बुरी तरह फैल गया था. इसी भयानक स्थिति को पूरा राजस्थान झेल रहा है और इसी के चलते वीकेंड लॉकडाउन भी किया गया था.
लेकिन पाली में अभी भी लोग इसे हल्के में ले रहे हैं. हालात ये हैं कि बांगड अस्पताल में बेड कम पड़ गए हैं. लोगों ने संक्रमण के बावजूद ने ठीक से मास्क लगाया और न ही कोरोना गाइड लाइन का पालन किया. नतीजा ये हुआ कि कोरोना तेज गति से फैला. हालांकि प्रशासन लगातार लोगों से अपने घरों में रहने की अपील कर रहा है.
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जिला कलेक्टर और एसपी भी अलग-अलग मोहल्लों में जाकर लोगों से आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर निकलने की अपील कर रहे हैं. फिर भी बाजार और सब्जी मंडी में लोगों की भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है. रविवार को जिला कलेक्टर अंशदीप, अतिरिक्त जिला कलेक्टर चंद्रभान सिंह और पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत में शहर और बांगड़ अस्पताल का दौरा किया. जिसके बाद सख्ती बढ़ाने का फैसला किया गया है.
सुबह 10 बजे तक की छूट पड़ रही भारी
सरकार की ओर से लोगों को राहत देने के लिए बाजार और सब्जी मंडी को सुबह 10 बजे तक खुला रखने की छूट दी है. इस छूट का लोग बेतहाशा फायदा उठा रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में लोग मंडी में अनियंत्रित भीड़ के रूप में नजर आ रहे हैं. वैसी ही भीड़ बाजारों के परचून की दुकानों और अन्य दुकानों पर नजर आ रही है. लॉकडाउन की अवधि और भी ज्यादा बढ़ने की अफवाह बाजारों में इस भीड़ को और भी ज्यादा बढ़ा रही है.
अस्पताल में संक्रमित मरीजों के परिजन घूम रहे खुलेआम
बांगड़ अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में संक्रमित मरीज भर्ती हो रहे हैं. इन मरीजों के साथ उनकी देखभाल के लिए उनके परिजन भी आ रहे हैं. अस्पताल प्रबंधन की ओर से इन परिजनों को अपने मरीज के पास रहने के लिए ही कहा हुआ है. लेकिन इसके बावजूद मरीजों के परिजन खुलेआम अस्पताल से बाहर दुकानों पर वह भीड़ में घूमते नजर आ रहे हैं. संक्रमण बढ़ाने के लिए यह भी काफी घातक है.