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हे भगवान! दिव्यांगों को बांटनी थी Try साइकिलें, लापरवाही ने लगा दिया जंग - एलिम्को और अधिकारियों की लापरवाही

पाली के समाज कल्याण विभाग के हॉस्टल परिसर में दिव्यांगों को बांटी जाने वाली 500 ट्राई साइकिलें पड़ी जंग खा रही हैं. दिव्यांगों को बांटने के लिए 1 साल पहले यह ट्राई साइकिलें मंगाई गई थीं. लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के चलते ये हॉस्टल परिसर में जंग खा रही हैं.

ट्राई साइकिलें खा रही जंग, Tri-bicycles are getting rust
ट्राई साइकिलें खा रही जंग
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Published : Feb 3, 2020, 3:15 PM IST

पाली. जिले में अधिकारियों की लापरवाही का एक बड़ा मामला सानमे आया है. जहां दिव्यांगों को बांटने के लिए 1 साल पहले 500 ट्राई साइकिलें मंगाई गई थीं. लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के चलते यह ट्राई साइकिलें किसी भी दिव्यांग को नहीं बट पाई हैं. अब स्थिति यह है कि ये सभी नई साइकिलें जंग खा चुकी हैं.

जानकारी के अनुसार एलिम्को की ओर से पाली में दिव्यांगों को चिन्हित किया गया था. इन सभी दिव्यांगों को 28 फरवरी 2019 को कृतिम उपकरण बांटने के लिए पाली के बांगड़ स्टेडियम में कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था. उस दौरान 500 ट्राई साइकिल दिव्यांगों को देने के लिए मंगवाई गई थीं. इसके साथ ही अन्य कृतिम उपकरण भी वहां मंगवाए गए थे.

दिव्यांगों को बांटी जाने वाली ट्राई साइकिलें हॉस्टल में पड़ी खा रही जंग

वहीं छोटे उपकरण पाली को सभी ब्लॉक स्तर पर भेज दिया गया. लेकिन एलिम्को की ओर से 500 साइकिलें ब्लॉक स्तर पर नहीं पहुंचाई गईं. जिसके बाद पिछले 1 वर्ष से यह सभी ट्राईसाईकिलें समाज कल्याण विभाग के हॉस्टल परिसर में पड़ी हैं. खुले में पड़ी ट्राई साइकिलों पर पूरी तरह से जंग लग चुकी है. दिव्यांगों को ये उपकरण बांटने के लिए एलिम्को के साथ पाली का जिला प्रशासन भी शामिल था. लेकिन प्रशासन की ओर से भी ट्राई साइकिल पर किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं दिया गया.

पढ़ें: आगामी 15 दिन में घोषित हो सकती है बिजली की नई Tariff...

वहीं इस बात पर अधिकारियों का कहना है कि एलिम्को की ओर से जब इन्हें एसेंबल करके तैयार किया जाएगा, तभी इनका विपरण हो सकता है. साथ ही इन्हें चिन्हित दिव्यांगों के अनुसार ब्लाक स्तर पर भिजवाया जाएगा. लेकिन एलिम्को इन पर ध्यान नहीं दे रहा है और ये पिछले 1 साल से परिसर में ही जगह घेरे हुई हैं.

पाली. जिले में अधिकारियों की लापरवाही का एक बड़ा मामला सानमे आया है. जहां दिव्यांगों को बांटने के लिए 1 साल पहले 500 ट्राई साइकिलें मंगाई गई थीं. लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के चलते यह ट्राई साइकिलें किसी भी दिव्यांग को नहीं बट पाई हैं. अब स्थिति यह है कि ये सभी नई साइकिलें जंग खा चुकी हैं.

जानकारी के अनुसार एलिम्को की ओर से पाली में दिव्यांगों को चिन्हित किया गया था. इन सभी दिव्यांगों को 28 फरवरी 2019 को कृतिम उपकरण बांटने के लिए पाली के बांगड़ स्टेडियम में कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था. उस दौरान 500 ट्राई साइकिल दिव्यांगों को देने के लिए मंगवाई गई थीं. इसके साथ ही अन्य कृतिम उपकरण भी वहां मंगवाए गए थे.

दिव्यांगों को बांटी जाने वाली ट्राई साइकिलें हॉस्टल में पड़ी खा रही जंग

वहीं छोटे उपकरण पाली को सभी ब्लॉक स्तर पर भेज दिया गया. लेकिन एलिम्को की ओर से 500 साइकिलें ब्लॉक स्तर पर नहीं पहुंचाई गईं. जिसके बाद पिछले 1 वर्ष से यह सभी ट्राईसाईकिलें समाज कल्याण विभाग के हॉस्टल परिसर में पड़ी हैं. खुले में पड़ी ट्राई साइकिलों पर पूरी तरह से जंग लग चुकी है. दिव्यांगों को ये उपकरण बांटने के लिए एलिम्को के साथ पाली का जिला प्रशासन भी शामिल था. लेकिन प्रशासन की ओर से भी ट्राई साइकिल पर किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं दिया गया.

पढ़ें: आगामी 15 दिन में घोषित हो सकती है बिजली की नई Tariff...

वहीं इस बात पर अधिकारियों का कहना है कि एलिम्को की ओर से जब इन्हें एसेंबल करके तैयार किया जाएगा, तभी इनका विपरण हो सकता है. साथ ही इन्हें चिन्हित दिव्यांगों के अनुसार ब्लाक स्तर पर भिजवाया जाएगा. लेकिन एलिम्को इन पर ध्यान नहीं दे रहा है और ये पिछले 1 साल से परिसर में ही जगह घेरे हुई हैं.

Intro:स्पेशल स्टोरी

- 1 साल पहले पाली में बीतने के लिए आई थी 500 ट्राई साईकिल

पाली. पाली में अधिकारियों की अनदेखी का नतीजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। सरकार की ओर से लोगों के लिए कई योजनाएं जारी की जा रही है। साथ ही खासा बजट भी खर्च किया जा रहा है। लेकिन अनदेखी के आलम के चलते उसमें झटका आवश्यक लोगों को किसी भी प्रकार का फायदा नहीं मिल पा रहा है। और उन योजनाओं के तहत सरकार का बजट भी जंग खाता नजर आ रहा है। पाली में ही ऐसा ही मामला सामने आया है। पाली में दिव्यांगों को बांटने के लिए 1 साल पहले 500 ट्राई साइकिलें मंगाई गई थी। लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के चलते पिछले 1 साल से यह ट्राई साइकिलें किसी भी दिव्यांग को नहीं बट पाई। और आज स्थिति यह है कि वह सभी नई साइकिल जंग खा चुकी है। ऐसे में प्रशासन की कार्यप्रणाली और सरकार द्वारा दिए जा रहे बजट को लेकर अधिकारियों और योजनाओं को संभाल करने वाले संस्थाओं पर सवालिया निशान खड़े होते जा रहे हैं।


Body: जानकारी के अनुसार एलिम्को की ओर से पाली में दिव्यांगों को चिन्हित किया गया था। इन सभी दिव्यांगों को 28 फरवरी 2019 को कृतिम उपकरण बांटने के लिए पाली के बांगड़ स्टेडियम में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उस दौरान 500 ट्राई साइकिल दिव्यांगों को देने के लिए मंगवाई गई थी। इसके साथ ही अन्य कृतिम उपकरण भी वहां मंगवाए गए थे। छोटे उपकरण पाली के सभी ब्लॉक स्तर पर भेज दिया गया। लेकिन एलिम्को द्वारा 500 साइकिलें ब्लॉक स्तर पर नहीं पहुंचाई गई। और पिछले 1 वर्ष से यह सभी ट्राईसाईकिल समाज कल्याण विभाग के हॉस्टल के परिसर में पड़ी है। पिछले 1 साल से खुले में पड़े ट्राई साइकिल के पूरी तरह से जंग लग चुकी है। दिव्यांगों को एक कृत्रिम उपकरण बांटने के लिए एलिम्को के साथ पाली का जिला प्रशासन भी शामिल था। लेकिन प्रशासन की ओर से भी ट्राई साइकिल पर किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं दिया गया। वहीं अधिकारियों की बात करें तो अधिकारियों का कहना है कि एलिम्को की ओर से को तैयार किया जाना था। साथ ही इन्हें चिन्हित दिव्यांगों के अनुसार ब्लाक स्तर पर भिजवाना था। लेकिन एलिम्को की ओर से इन पर ध्यान नहीं दिया गया और पिछले 1 साल से यह परिसर की जगह रुकी हुई है।

समाचार में समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक ज्योति प्रकाश अरोड़ा की बाइट है


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