पाली. जिले की सबसे बड़ी कपड़ा मिल में बुधवार को अपने वेतनमान को लेकर हजारों श्रमिकों ने हंगामा खड़ा कर दिया. इस हंगामें को शांत करने के लिए पहुंची पुलिस पर आक्रोशित श्रमिकों ने पथराव कर दिया. उसके बाद पुलिस ने मामले को शांत करने के लिए श्रमिकों पर लाठियां भांजी.
इस पूरे वाक्ये में पुलिस और श्रमिकों से कई लोग घायल हुए हैं. वहीं पुलिस ने लाठियां भांजने के बाद में हंगामा करने वाले 50 से ज्यादा श्रमिकों को हिरासत में लिया है. इस संबंध में जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी, पाली उपखंड अधिकारी रोहिताश सिंह तोमर सहित भारी मात्रा में पुलिस जाप्ता मिल सोसायटी में पहुंचा. वहां पर भी श्रमिकों ने पुलिस पर पथराव किया. उसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर श्रमिकों को हिरासत में लिया.
लॉकडाउन 3 में दी गई छूट में कपड़ा मिल को शुरू कर दिया गया था. इस दौरान बाहरी प्रदेश के हजारों श्रमिकों को मिल प्रबंधन ने यहीं रोक रखा था. लेकिन पिछले लंबे समय से इन श्रमिकों को उनका वेतनमान नहीं दिया जा रहा था. ऐसे में श्रमिकों की ओर से कई बार मिल प्रबंधन से वेतनमान की मांग की गई. लेकिन उनकी अनसुनी की गई. ऐसे में बुधवार को इन सभी श्रमिकों का आक्रोश फूट गया और मिल में हंगामा करने लगे. हंगामे की सूचना मिलने के बाद में औद्योगिक थाना और कोतवाली थाना से पुलिस जाप्ता मिल में पहुंचा. लेकिन आक्रोशित श्रमिकों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.
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ऐसे में शांति व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए पुलिस ने श्रमिकों पर लाठियां भांजी. उसके बाद हजारों की तादाद में श्रमिक पुलिस पर पथराव करने लगे. मामले की गंभीरता को देखते हुए पाली शहरी सीमा के सभी थानों का जाप्ता मील में पहुंचा. वहीं रिजर्व जाप्ता भी मिल में बुलाया गया. साथ ही पुलिस अधीक्षक राहुल कोटोकी भी मिल पहुंचे. जहां से 50 से ज्यादा श्रमिकों को हिरासत में लिया गया है.