जैतारण (पाली). टॉडगढ़ रावली वन्य जीव अभ्यारण से जुड़े सेंदड़ा रेंज के काणुजा वन खंड में मंझेवला माता मंदिर के समीप रविवार सुबह एक मृत पैंथर मिला. स्थानीय लोगों की सूचना पर वन कर्मचारी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद शव को सेंदडा वन विभाग कार्यालय लाया गया. मृत पैंथर का सेंदड़ा नर्सरी में तीन पशु चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. वहीं पैंथर के शरीर में कहीं पर भी चोट के निशान नहीं मिले है.
वन अधिकारी राजेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि पैंथर का शव आठ घंटे से अधिक पुराना है. पैंथर नर प्रजाति का था और उसकी उम्र करीब एक वर्ष की है. पैंथर की हाथ पैरों की हड्डियां सलामत हैं, मुंह के दांत भी पूरे सही पाए गए हैं. जिसके आधार पर यह माना जा सकता है कि इस पर किसी दूसरे जानवर ने हमला नहीं किया है. प्रथम दृष्टिया भूख के कारण पैंथर की मौत होना बताया जा रहा है.
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सेंदड़ा नर्सरी में हुआ अंतिम संस्कार
डॉ. इंद्रमणी त्रिपाठी, डॉ. कमल किशोर, डॉ. मुकेश कुमार सहित चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद में पैंथर का नर्सरी में अंतिम संस्कार कर दिया है. पैंथर की मौत कैसे हुई इसका खुलासा मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा.
इस दौरान क्षेत्रीय वन अधिकारी राजेन्द्र सिंह रावत, वनपाल नजीर मोहम्मद, वनरक्षक पदम सिंह भाटी, करण सिंह भाटी, मोहन सिंह, किशन सिंह सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे. काणुजा वन क्षेत्र घना वन क्षेत्र है, जो रावली टॉडगढ़ अभ्यारण से जुड़ा है. जिसके कारण यहां पैंथरों की संख्या बढ़ी है.