पाली. शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के सर्किट हाउस रोड पर नहर में युवक के मिले शव और उसकी हत्या के राज को कोतवाली पुलिस ने खोल दिया है. युवक की हत्या के पीछे उसकी बहन बेटियों पर बुरी नजर रखना और परिवार के साथ प्रतिदिन नशे में मारपीट करना कारण बताया जा रहा है. युवक की हत्या उसके ही बहनोई द्वारा की गई थी. पुलिस ने इस मामले का राज खोलते हुए बताया कि युवक 4 माह पहले ही सामूहिक दुष्कर्म के मामले में बाली जेल में रहा था.
इसके बाद भी कुछ ही दिन पहले वह जेल से छूट कर आया तो उसकी आदत नहीं सुधरी. वह गांव में फिर से बहन बेटियों पर बुरी नजर रखने लगा और नशे का आदी होने से वह परिवार के साथ प्रतिदिन लड़ाई झगड़ा और मारपीट करता था. कोतवाली थाना प्रभारी गौतम जैन ने बताया कि 9 सितंबर को सर्किट हाउस रोड पर नहर में एक युवक का शव मिला था. युवक के पास किसी भी प्रकार के दस्तावेज और कपड़े नहीं थे. उसके बाद पुलिस ने प्रयास कर युवक की शिनाख्त खिंवाड़ा थाना क्षेत्र के गांथी गांव निवासी सत्यनारायण उर्फ सीताराम मीणा के रूप में की थी.
इस प्रकरण को लेकर पुलिस ने पूरी जांच करने के बाद शक की सुई इनके परिजनों पर डाली और पुलिस ने मृतक के बहनोई श्रवण कुमार मीणा पुत्र चुन्नीलाल निवासी गुड़ा सोनीगरा और उसके चचेरे भाई जोगा राम मीणा पुत्र पुत्र राम निवासी गुड़ा सोनीगरा को गिरफ्तार किया. इन दोनों ने पूछताछ में बताया कि मृतक सत्यनारायण 8 सितंबर को पाली आया था और उसके बहनोई श्रवण कुमार के पास ही रुका था. गांजे के नशे में उसने उसके साथ भी गाली गलौज किया और उसके बाद वह लोडिया तालाब की पाल पर जाकर बैठ गया.
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गुस्से में श्रवण कुमार ने लोडिया तालाब पर उसे लाठियों से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई. उसके बाद श्रवण कुमार ने अपने भाई जोगाराम को बुलाया और सत्यनारायण के शव को बाइक पर रखकर सर्किट हाउस स्थित नहर में फेंक दिया. पुलिस ने इस हत्या के प्रकरण में दोनों को गिरफ्तार किया है.