पाली. जिले में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पाली बार एसोसिएशन की ओर से 30 अगस्त से जारी आंदोलन बुधवार को भी जारी रहा. ऐसे में धरने के दौरान पाली बार एसोसिएशन के लोगों ने कार्यो का भी बहिष्कार किया. वहीं इस धरने का समर्थन करते हुए बुधवार को जिले भर के कई अधिवक्ता संघ के आह्वान पर सभी जगह पर वकीलों ने कार्य का बहिष्कार किया.
बार एसोसिएशन पाली के न्यायिक अधिकारी के स्थानांतरण समेत विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को पाली जिले के सभी अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों की ओर से पाली में बैठक रखी गई है. जिसमें आंदोलन की अग्रिम राजनीति तय की जाएगी.
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जानकारी के अनुसार पाली में बुधवार को जिलेभर के अधिवक्ताओं ने कार्य का बहिष्कार किया. वहीं गुरुवार को पाली जिला मुख्यालय सहित सोजत, जैतारण, बर, सुमेरपुर, बाली, मारवाड़ जंक्शन, देसूरी, सादड़ी और रानी के सभी अधिवक्ता संघों से जुड़े अधिवक्ता कार्य का बहिष्कार करेंगे. वकीलों का आरोप है कि पिछले कई दिनों से पाली में पद स्थापित कुछ न्यायिक अधिकारियों द्वारा अधिवक्ताओं के साथ दुर्भावनापूर्ण व्यवहार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सिद्धांतों के विपरीत न्याय अधिकारी अपनी कार्यशैली को कर रहे हैं.
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वह अधिवक्ताओं को सूचना दिए बिना ही गलत आदेश लिख रहे हैं, मनमर्जी के आदेश पारित कर रहे हैं, न्यायालय में सुनवाई नहीं कर रहे हैं और पक्षकारों को धमकाते हुए अभद्र व्यवहार कर रहें है. ऐसे में अधिवक्ताओं की गरिमा तार-तार हो रही है. ऐसे कई मुद्दों को लेकर सभी अधिवक्ता अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं.