पाली. जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने कहर ढाना शुरू कर दिया है. प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में जिले में मरीज सामने आ रहे हैं. लेकिन इस बार जो मरीज सामने आ रहे हैं. उन्हें देख डॉक्टर भी हैरान हैं. देखिये ये रिपोर्ट...
एक तरफ इस संक्रमण से ग्रसित होकर गंभीर रोगी अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. उधर, मरीजों की एक बड़ी संख्या ऐसी भी है जिनमें इस संक्रमण के किसी भी प्रकार के लक्षण नजर नहीं आ रहे. लेकिन जब उनकी जांच करवाई जा रही है तो वह इस संक्रमण से भी घातक रूप से बीमार नजर आ रहे हैं. सीधे तौर पर इस कोरोना संक्रमणने सैकड़ों मरीज को पॉजिटिव तो नहीं किया. लेकिन उनके फेफड़ों पर काफी प्रभाव डाला है. जिनकी जांच रिपोर्ट तो नेगेटिव आ रही है. लेकिन उनके फेफड़े दम तोड़ते नजर आ रहे हैं. यह खुलासा हाल ही में बांगड़ अस्पताल में आए कई मरीजों की सिटी स्कैन रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टरों ने किया है.
डॉक्टरों ने बताया कि पाली जिले में प्रतिदिन 1000 से ज्यादा लोगों के कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है. लैब में प्रतिदिन कई पॉजिटिव मरीज भी आ रहे हैं और काफी लोगों की नेगेटिव रिपोर्ट भी आ रही है. नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद लोग राहत की सांस तो ले रहे हैं. लेकिन सामान्य दिखने वाले वे लोग अपने आप को अस्वस्थ सा महसूस कर रहे हैं. ऐसे में जब उनकी सीटी स्कैन व खून की जांच करवाई जा रही है तो उनमें इस संक्रमण के गंभीर लक्षण नजर आ रहे हैं.
डॉक्टरों ने बताया कि सैकड़ों मरीज ऐसे भी सामने आ चुके हैं जो कभी कोरोना संक्रमण से प्रभावित नहीं हुए. न ही उनमें किसी भी प्रकार की बीमारी है. लेकिन अंदर ही अंदर उनके फेफड़े काफी हद तक प्रभावित हो चुके हैं. ऐसे में प्रतिदिन सामने आ रहे इन मरीजों की पूरी जांच करवाने के लिए डॉक्टरों को और मरीजों को काफी जतन भी करना पड़ रहा है.
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इन मरीजों को ढूंढना कड़ी चुनौती
जिला कलेक्टर अंशदीप ने बताया कि पाली जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर प्रवासियों के साथ जिले में तेजी से बढ़ती जा रही है. सबसे बड़ी बात यह है कि लौट रहे प्रवासियों में किसी भी प्रकार के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं. लेकिन उनका संक्रमण कई लोगों के लिए घातक बन चुका है. प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन बिना लक्षण वाले मरीजों को ढूंढ कर उनकी जांच करवाना है. बाजारों में बढ़ी हुई बेतहाशा भीड़ और सार्वजनिक स्थलों पर हो रहे इकट्ठा लोगों के कारण पाली में यह संक्रमण काफी बढ़ चुका है.
पूरी तरह से स्वस्थ, फेफड़ों का सिटी स्कोर 15 से बाहर
डॉक्टरों ने बताया कि हाल ही में ऐसे मरीज सामने आ रहे हैं जो पूरी तरह से स्वस्थ है. उनमें न बुखार है न जुखाम. कोरोना संक्रमण के कोई भी लक्षण नहीं हैं. लेकिन, जब उनके फेफड़ों का सिटी स्कैन करवाया जा रहा है तो उसका स्कोर 15 से बाहर आ रहा है. डॉक्टर ने बताया कि किसी भी स्वस्थ फेफड़े का स्कोर 10 से नीचे होना चाहिए. लेकिन 15 से बाहर स्कोर जाना फेफड़ों के लिए काफी घातक है.
पाली में कोरोना
पाली में कुल संक्रमित मरीज 13658 हैं. रिकवर हुए मरीजों की संख्या 13134 है. अब तक कुल सैम्पल 209382 लिए गए हैं. जिले में अब तक 188 लोगों की मौत हुई है. वहीं जिले में अभी एक्टिव मामले 519 हैं. बांगड अस्पताल में 198 कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है.