पाली. शहर सहित जिलेभर में मुस्लिम समुदाय की ओर से मोहर्रम सादगी पूर्ण मनाया गया. रविवार को पाली के विभिन्न मुस्लिम मोहल्लों में ताजिए को अपने मुकाम पर खड़ा किया गया और लोगों ने उसके सामने शीश झुका कर अमन शांति की दुआ मांगी. इस बार मोहर्रम को लेकर मुस्लिम समाज की ओर से जिले भर में कहीं भी मातमी जुलूस नहीं निकाला गया. कोरोना संक्रमण के चलते जिले में धारा 144 लागू है.
कोरोना संक्रमण के चलते जिला कलेक्टर द्वारा पहले ही सभी धर्म गुरुओं को बुलाकर किसी भी धार्मिक आयोजन में भीड़ इकट्ठा नहीं करने को लेकर निर्देश दिए गए थे, जिसकी पालना मुस्लिम समुदाय की ओर से मोहर्रम पर में भी नजर आई है. बता दें कि शनिवार रात को कत्ल की रात होने के चलते मुस्लिम समुदाय की ओर से सभी ताजियों के मुकाम पर ही विभिन्न आयोजन किए गए, जिसमें किसी भी प्रकार की भीड़ को इकट्ठा नहीं किया गया.
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वहीं रविवार सुबह से ताजिया निकलने वाले रास्तों पर पुलिस प्रशासन ने भी सख्ती दिखाई. हालांकि मुस्लिम समाज के लोगों ने पहले ही सभी को मोहर्रम का जुलूस नहीं निकालने को लेकर निर्देशित कर दिया था. इसके चलते इस बार पाली शहर के किसी भी रास्ते पर हलीम और छबील का वितरण नहीं किया गया. मुस्लिम समाज की ओर से सुबह से हलीम छबील बनाई गई, लेकिन इस बार विभिन्न मोहल्लों में यह छबील और हमील घर-घर ही बांटी.