मारवाड़ जंक्शन (पाली). लॉकडाउन के चलते मजदूरों का पलायन जारी है. भूखे-प्यासे मजदूर हर दिन कई घंटों का सफर कर लगातार अपने घर की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. उनके सिर पर गठरी का बोझ और कधों पर छोटे-छोटे बच्चे होते हैं. साथ ही लक्ष्य कैसे भी अपने घर तक पहुंचे का होता है. कुछ ऐसा ही मारवाड़ जंक्शन के आऊवा गांव के नजदीक भगवान पूरा प्याऊ पर भी देखने को मिला.
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आऊवा गांव में मजदूरों का दल भगवान पूरा प्याऊ पर रुका. पैर में पड़े छाले उनकी पैदल यात्रा की दास्तां सुना रहे थे. मजदूरों ने बताया कि जीरे की कटाई के लिए जैसलमेर गए थे. लेकिन, लॉकडाउन के कारण सब कार्य बंद हो गया. इसके बाद वाहन बंद होने के कारण जैसलमेर से पैदल ही रवाना होना पड़ा. पलायन कर रहे मजदूरों में एक ने इस दौरान बिलखते हुए कहा कि हमें झालावाड़ जाना है, बस आप किसी वाहन की सुविधा करा दो. अब पैदल नहीं चला जाता.
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जिले के सीमाएं सील, फिर भी पलायन जारी
कोरोना महामारी के चलते पाली जिले की समस्त सीमाओं को सील किया गया है. फिर भी अन्य जिलों और राज्यों के मजदूर पाली के फोरलेन, कस्बों और गांव की सड़कों से होकर अपने घरों की ओर बढ़ रहे हैं.