पाली. मानसून की बारिश के बाद आशंका है कि पाली में कोरोना वायरस और भी ज्यादा सक्रिय हो जाएगा. साथ ही कोरोना संक्रमण का दायरा और भी बढ़ जाएगा. इन सभी को लेकर प्रशासन की चिंताएं भी काफी बढ़ चुकी हैं. जिले में संक्रमण को रोकने के लिए अलग-अलग तरह के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. इधर, धीरे-धीरे यह वायरस प्रतिदिन सैकड़ों लोगों में अपना संक्रमण फैला रहा है.
बीते 15 दिन की बात करें तो इस संक्रमण के चलते रोजाना पाली में एक व्यक्ति की जान जा चुकी है. प्रतिदिन बढ़ते मौत का आंकड़ा प्रशासन को चिंता में डाला हुआ है. पाली में अब तक इस संक्रमण से 32 लोगों की मौत हो चुकी है. इन सभी के बीच पाली पर मंडरा रहे मानसूनी बादल एक बार फिर से चिकित्सा महकमे के लिए चुनौती खड़े कर रहे हैं. चिकित्सा महकमे को डर है कि इस मानसूनी बारिश के बाद में पाली में बीमारियों का आंकड़ा बढ़ जाएगा. इन सभी बीमारियों के बीच में कोरोना वायरस लोगों में और ज्यादा संक्रमित और हावी होगा, जिसके परिणाम काफी भयानक भी हो सकते हैं.
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डॉक्टरों ने सीधे तौर पर इसका खतरा महसूस कराया है. वर्तमान स्थिति को भांपते हुए डॉक्टरों ने पाली जिले के लोगों को इस संक्रमण को रोकने के लिए हर संभव प्रयास और सावधान रहने के लिए कहा है. डॉक्टरों ने बताया है कि पाली में जो मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. बारिश के बाद इसकी संख्या में और भी ज्यादा इजाफा हो जाएगा.
जुलाई माह की बात करें तो बीते 30 दिन में पाली में 20 संक्रमित मरीजों की ने इस संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया है. वहीं जुलाई माह में 1 हजार 421 संक्रमित मरीज भी सामने आए हैं. डॉक्टरों ने बताया है कि इस संक्रमण में सबसे ज्यादा खतरा गंभीर बीमारी वाले लोगों और बुजुर्गों को है. डॉक्टरों ने इस मानसून की बारिश के बाद में आम जनता से भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से दूरी बनाए रखने की अपील की है.
अभी पाली में बारिश कम तो खतरा कम
डॉक्टर ने बताया कि पाली में अभी बारिश काफी कम हुई है. इसके चलते पाली में अभी खतरा काफी कम है. पाली में अभी तक मानसूनी सीजन में 36 एमएम बारिश दर्ज की गई है. लेकिन जिस प्रकार से मौसम विभाग प्रतिदिन चेतावनी दे रहा है और पाली में मंडरा रहे काले बादल को देखते हुए डॉक्टरों ने बारिश के बाद पाली में संक्रमण का खतरा फैलने की बात बताई है.
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बारिश के बाद वायरस को तेजी से फैलने में मिलेगी मदद
पाली के श्वास एवमं टीबी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ललित शर्मा ने बताया पाली में बारिश के बाद इस वायरस को फैलने में और भी ज्यादा मदद मिलेगी. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस को आद्रता में अच्छी ताकत और सक्रियता मिल जाती है. इस समय इंसानों की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी प्रभावित होती है, जिसके चलते कमजोर शरीर वाले लोग बहुत जल्दी इस वायरस की चपेट में आ जाएंगे और जिनका शरीर काफी कमजोर होगा. वे लोग अपनी जान से भी हाथ धो सकते हैं.