पाली. कोरोना वायरस संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संपूर्ण देश में लॉकडाउन किया गया है. इस लॉकडाउन के चलते प्रदेश में भी सभी जिलों की सीमाओं को सीज किया हुआ है. वहीं यातायात के बीच सभी संसाधनों पर रोक लगाई हुई है. लेकिन सभी जगह प्रशासन की ओर से जनता को राहत देने के लिए उनके इमरजेंसी कार्य के दौरान प्रशासन द्वारा विशेष परमिट जारी किया जा रहा है.
200 से ज्यादा वाहनों की आवाजाही
पाली में भी प्रशासन की ओर से विशेष परमिट जारी किए गए थे. लेकिन आम जनता ने प्रशासन द्वारा दी गई ढील का गलत फायदा उठाया. ईटीवी भारत की टीम ने पाली जोधपुर सीमा पर बने टोल पर करीब 1 घंटे का समय बिताया. इस समय के दौरान पाली से जोधपुर से पाली और पाली से जोधपुर करीब 200 से ज्यादा वाहनों की आवाजाही हुई. इन सभी वाहनों पर प्रशासन की ओर से आवश्यक कार्य हेतु परमिट जारी होने के पत्र चस्पा हो रखे थे.
कागजों तक सिमटी कार्रवाई
पुलिस जवानों ने इन्हें रोका, लेकिन प्रशासन द्वारा दिए परमिट को देखने के बाद उन्होंने भी इन्हें रवाना कर दिया. सबसे बड़ी समस्या यह है कि जोधपुर में लगातार कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. इसके चलते जोधपुर में कर्फ्यू के हालात कर चुके हैं. जोधपुर से लगातार आ रहे इन वाहनों में काफी संख्या में लोग भी आ रहे हैं.
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नहीं हो रही किसी की स्क्रीनिंग
इन लोगों की ना ही पाली में प्रवेश होने के बाद स्क्रिनिंग हो रही है. और ना ही इन वाहनों में किसी भी प्रकार की जांच हो रही है. ऐसे में पाली की सीमा से 34 किलोमीटर दूर कहर बरपा रही महामारी पाली की तरफ अपना रुख करती नजर आ रही है. अभी तक पाली कोरेना वायरस संक्रमण से काफी सुरक्षित है. लेकिन प्रशासन की अनदेखी और प्रशासन द्वारा दी गई ढील के बाद जनता द्वारा उठाए जा रहे इस गलत फायदे का खामियाजा पाली को भी भुगतना पड़ सकता है.