पाली. कोरोना वायरस के चलते ही पूरे देश में लागू हुए लॉकडाउन का 16 दिन हो चुके हैं. पाली से अपने घरों को छोड़कर प्रवास को गए लोग अब लगातार अपने घर लौट रहे हैं. पैसे कमाने के लिए अपने घर को छोड़ने वाले यह प्रवासी अब अपने घर लौटते समय कोरोना वायरस का संक्रमण भी साथ ला रहे हैं. ऐसे में पाली जिले में लगातार इन प्रवासियों से संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. लॉकडाउन के बाद से ही सभी जिलों की सीमाएं सील कर दी गई है. यातायात के सभी संसाधन बंद है, लेकिन इन सबके बावजूद भी यह प्रवासी हाईवे पर चलने वाले सामान लेकर आ रहे वाहनों के अंदर बैठकर अपने घरों की तरफ आ रहे हैं.
पाली में बाहर से आ रहे लोगों की जानकारी ना तो प्रशासन को है और ना ही स्थानीय अधिकारियों को, ऐसे में इन लोगों की स्क्रीनिंग भी नहीं हो पा रही है. बता दें कि पाली में अब तक दो पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. यह दोनों मरीज प्रवासी थे और उनके घर लौटने
के बाद ही यहां पर कोरोना वायरस का संक्रमण फैला था. इसमें से एक मरीज दुबई से अपने गांव ढोला आया था, जबकि दूसरा पॉजिटिव मरीज मुंबई से लापोद गांव आया था. इनके लौटने के बाद ही इनमें कोरोना के लक्षण सामने आए थे.
यह भी पढ़ें- कोटा में एक साथ सामने आए 14 Corona Positive, आंकड़ा पहुंचा 33
जिला कलेक्टर ने बताया कि अब तक पाली में 33,000 से ज्यादा पाली लौटे प्रवासियों को चिन्हित किया गया है. उन्होंने बताया कि लगातार प्रवासियों का पाली आने का दौर अभी जारी है. यह लोग हाईवे पर चल रहे ट्रकों की मदद से अपने घरों तक आ रहे हैं. कई लोगों की जानकारी अधिकारियों को मिली है, लेकिन कई अधिकारियों की जानकारी नहीं मिल पा रही है. ऐसे में जो प्रवासी पाली लौटकर आ रहे उनकी पाली के बांगड़ अस्पताल में स्क्रीनिंग करने के बाद उन्हें उनके घर भेजा जा रहा है. वहीं अब स्थानीय स्तर पर प्रत्येक गांव में ग्राम विकास अधिकारी और वहां के स्थानीय अध्यापकों को गांव में लौटे प्रवासियों की रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है, ताकि प्रवास से लौटे इन लोगों से किसी भी प्रकार का संक्रमण नहीं फैलें.