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पाली: बेटियों ने देखा कलेक्टर का कामकाज, पूछा कैसे बनते हैं जिलाधिकारी

पाली में महिला सशक्तिकरण को लेकर 200 बेटियों को जिला कलेक्टर का भ्रमण कराया गया. इसके साथ ही उन्हें सरकारी महकमों में होने वाले काम को भी समझाया. इस दौरान जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन ने बेटियों से करीब आधे घण्टे बात की.

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Published : Oct 15, 2019, 7:43 PM IST

पाली. महिला सशक्तिकरण को लेकर मंगलवार को महिला बाल विकास अधिकारिता की ओर से पाली जिले की 200 बेटियों को जिला कलेक्टर सहित सरकारी महकमों में होने वाले काम का परिचय कराने के लिए पाली शहर का भ्रमण कराया गया. इस भ्रमण में जिलेभर से आई बेटियों ने सबसे पहले जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन की कार्यप्रणाली को समझा.

इस दौरान जिला कलेक्टर ने सभी बेटियों से लगभग आधे घंटे बात भी की. आधे घंटे बात करने के बाद जिले के ग्रामीण परिवेश से आई कई बेटियों ने अपनी पढ़ाई छोड़ देने जैसी मजबूरियां भी बताई. जब कलेक्टर ने एक बेटी की कहानी सुनी तो उनकी मजबूरी को देखते हुए जिला कलेक्टर भी भाव विभोर हो गए.

वहीं, कई बेटियों ने पढ़ने की चाहत तो बताई लेकिन, किसी के सर पर पिता का साया और किसी के सर पर माता-पिता दोनों का साया उठ जाने जैसे मजबूरियां और पेट पालने के लिए मजदूरी करने जैसी बातें सामने आने के बाद जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को उन सभी बेटियों की लिस्ट तैयार करने को कहा जो बिटिया पढ़ना चाहती है पर उनके आर्थिक व पारिवारिक हालातों ने उनके पैरों में बेड़ियां जकड़ दी हैं.

महिला सशक्तिकरण को लेकर बेटियों ने किया जिला कलेक्टर का भ्रमण

जिला कलेक्टर के इस आदेश को सुनने के बाद में कई बेटा ऐसी भी थी जिन्होंने जिला कलेक्टर से सीधा ही पूछ लिया की "सर कलक्टर कैसे बनते है" इस पर जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए जिले का भृमण करने आई बेटियों को प्रतियोगी परीक्षाएं और विभिन्न पदों पर किस तरह से तैयारी की जाती है. इस संबंध में जानकारी देने के भी निर्देश दिए.

पढ़ें- ये कैसा संकट! पति को मिली भारतीय नागरिकता और पत्नी व बच्चे अब भी पाक विस्थापित

दरअसल महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग की ओर से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए जिले भर के में संचालित हो रही विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों के आस-पास रहने वाली बेटियों को जिला मुख्यालय पर सरकारी महकमे व अन्य सरकारी ऑफिसों में होने वाले कार्यों की कार्यप्रणाली को समझाने के लिए विभाग की ओर से भ्रमण का आयोजन किया गया था.

इस भ्रमण में महिलाएं बाल अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक भागीरथ चौधरी के नेतृत्व में 200 से ज्यादा बेटियों ने पाली शहर, जिला कलेक्ट्रेट, बांगड़ अस्पताल व एसबीआई बैंक का भ्रमण किया. भ्रमण की शुरुआत मंगलवार सुबह जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन के कार्यालय से की गई. सबसे पहले जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन ने जिले भर में किए जाने वाले विभिन्न प्रशासनिक कार्यों के बारे में बताया. उसके बाद वीडियो से उनकी शिक्षा और पढ़ाई को लेकर भी चर्चा की.

पाली. महिला सशक्तिकरण को लेकर मंगलवार को महिला बाल विकास अधिकारिता की ओर से पाली जिले की 200 बेटियों को जिला कलेक्टर सहित सरकारी महकमों में होने वाले काम का परिचय कराने के लिए पाली शहर का भ्रमण कराया गया. इस भ्रमण में जिलेभर से आई बेटियों ने सबसे पहले जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन की कार्यप्रणाली को समझा.

इस दौरान जिला कलेक्टर ने सभी बेटियों से लगभग आधे घंटे बात भी की. आधे घंटे बात करने के बाद जिले के ग्रामीण परिवेश से आई कई बेटियों ने अपनी पढ़ाई छोड़ देने जैसी मजबूरियां भी बताई. जब कलेक्टर ने एक बेटी की कहानी सुनी तो उनकी मजबूरी को देखते हुए जिला कलेक्टर भी भाव विभोर हो गए.

वहीं, कई बेटियों ने पढ़ने की चाहत तो बताई लेकिन, किसी के सर पर पिता का साया और किसी के सर पर माता-पिता दोनों का साया उठ जाने जैसे मजबूरियां और पेट पालने के लिए मजदूरी करने जैसी बातें सामने आने के बाद जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को उन सभी बेटियों की लिस्ट तैयार करने को कहा जो बिटिया पढ़ना चाहती है पर उनके आर्थिक व पारिवारिक हालातों ने उनके पैरों में बेड़ियां जकड़ दी हैं.

महिला सशक्तिकरण को लेकर बेटियों ने किया जिला कलेक्टर का भ्रमण

जिला कलेक्टर के इस आदेश को सुनने के बाद में कई बेटा ऐसी भी थी जिन्होंने जिला कलेक्टर से सीधा ही पूछ लिया की "सर कलक्टर कैसे बनते है" इस पर जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए जिले का भृमण करने आई बेटियों को प्रतियोगी परीक्षाएं और विभिन्न पदों पर किस तरह से तैयारी की जाती है. इस संबंध में जानकारी देने के भी निर्देश दिए.

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दरअसल महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग की ओर से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए जिले भर के में संचालित हो रही विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों के आस-पास रहने वाली बेटियों को जिला मुख्यालय पर सरकारी महकमे व अन्य सरकारी ऑफिसों में होने वाले कार्यों की कार्यप्रणाली को समझाने के लिए विभाग की ओर से भ्रमण का आयोजन किया गया था.

इस भ्रमण में महिलाएं बाल अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक भागीरथ चौधरी के नेतृत्व में 200 से ज्यादा बेटियों ने पाली शहर, जिला कलेक्ट्रेट, बांगड़ अस्पताल व एसबीआई बैंक का भ्रमण किया. भ्रमण की शुरुआत मंगलवार सुबह जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन के कार्यालय से की गई. सबसे पहले जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन ने जिले भर में किए जाने वाले विभिन्न प्रशासनिक कार्यों के बारे में बताया. उसके बाद वीडियो से उनकी शिक्षा और पढ़ाई को लेकर भी चर्चा की.

Intro:पाली. महिला सशक्तिकरण को लेकर मंगलवार को महिला बाल विकास अधिकारिता की ओर से पाली जिले की 200 बेटियों को जिला कलेक्टर सहित सरकारी महकमों में होने वाले काम का परिचय कराने के लिए पाली शहर का भ्रमण कराया गया। इस भ्रमण में जिलेभर से आई बेटियों ने सबसे पहले जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन की कार्यप्रणाली को समझा। इस दौरान जिला कलेक्टर ने सभी बेटियों से लगभग आधे घंटे बात भी की। आधे घंटे बात करने के बाद जिले के ग्रामीण परिवेश से आई कई बेटियों ने अपनी पढ़ाई छोड़ देने जैसी मजबूरियां भी बताइ। जब कलेक्टर ने एक बेटी की कहानी सुनी तो उनकी मजबूरी को देखते हुए जिला कलेक्टर भी भाव विभोर हो गए। कई बेटियों ने पढ़ने की चाहत तो बताई। लेकिन किसी के सर पर पिता का साया और किसी के सर पर माता-पिता दोनों का साया उठ जाने जैसे मजबूरियां और पेट पालने के लिए मजदूरी करने जैसी बातें सामने आने के बाद जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को उन सभी बेटियों की लिस्ट तैयार करने को कहा जो बिटिया पढ़ना चाहती है पर उनके आर्थिक व पारिवारिक हालातों ने उनके पैरों में बेड़ियां जकड़ दी हैं। जिला कलेक्टर के इस आदेश को सुनने के बाद में कहीं बेटा ऐसी भी थी जिन्होंने जिला कलेक्टर से सीधा ही पूछ लिया की " सर कलक्टर कैसे बनते है" इस पर जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए जिले का भृमण करने आई बेटियों को प्रतियोगी परीक्षाएं एवं विभिन्न पदों पर किस तरह से तैयारी की जाती है इस संबंध में जानकारी देने के भी निर्देश दिए।


Body:दरअसल महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग की ओर से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए जिले भर के में संचालित हो रही विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों के आसपास रहने वाली बेटियों को जिला मुख्यालय पर सरकारी महकमे व अन्य सरकारी ऑफिसों में होने वाले कार्यों की कार्यप्रणाली को समझाने के लिए विभाग की ओर से भ्रमण का आयोजन किया गया था। इस भ्रमण में महिलाएं बाल अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक भागीरथ चौधरी के नेतृत्व में 200 से ज्यादा बेटियों ने पाली शहर, जिला कलेक्ट्रेट, बांगड़ अस्पताल व एसबीआई बैंक का भ्रमण किया। भ्रमण की शुरुआत मंगलवार सुबह जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन के कार्यालय से की गई। सबसे पहले जिला कलेक्टर दिनेश चंद्र जैन उनके द्वारा जिले भर में किए जाने वाले विभिन्न प्रशासनिक कार्यों के बारे में बताया। उसके बाद वीडियो से उनकी शिक्षा और पढ़ाई को लेकर भी चर्चा की। समाचार में पाली जिला कलक्टर दिनेशचंद्र जैन की बाईट है।


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