पाली. कोरोना संक्रमण की स्थिति आए दिन भयानक होती जा रही है. पिछले 48 घंटों के अंदर इस संक्रमण के चलते कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. ऐसे में बीते रविवार को संक्रमण के चलते 2 लोगों की मौत हो गई है. वहीं 92 नए संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है.
सबसे बड़ी बात यह है कि अस्पताल में शुरू किए गए 300 बेड में से 215 बेड पर अभी मरीज ऑक्सीजन पर है, जिनका ऑक्सीजन लेवल 60 से कम है. इसके साथ ही अस्पताल प्रबंधन के सामने सबसे बड़ा संकट मरीजों को बेड उपलब्ध कराने के लिए आ रहा है. वहीं, एक ओर लगातार मौत का आंकड़ा बढ़ने से प्रशासन के लिए एक काफी चिंता का विषय बन चुका है.
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आंकड़ों की बात करें तो अब तक 14396 संक्रमित मरीजों की पहचान हो चुकी है. इसके साथ ही 200 मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है. वर्तमान स्थिति की बात करें तो पाली में 829 केस एक्टिव चल रहे हैं, जिनमें से करीब 400 से ज्यादा लोग की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. इसके साथ ही रिकवरी रेट भी काफी घट गई है. फिलहाल, रिकवरी रेट 93.1 प्रतिशत है.
नहीं हो रही पर्याप्त रेमडेसिविर की आपूर्ति...
पाली के बांगड़ अस्पताल के सामने सबसे बड़ी चुनौती रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर भी आ चुकी है. पाली में सरकार की ओर से रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त आपूर्ति नहीं करवाई जा रही है. ऐसे में रविवार को भी कई मरीजों को रेमेडीज शिविर इंजेक्शन नहीं लग पाया. वहीं, लकी जोधपुर से 200 रेमडेसिविर पाली भेजे गए.
14 मौत, लेकिन आंकड़ों में नहीं...
अगर मौत के आंकड़ों की बात करें तो सरकार अब अस्पतालों में हो रही मौत को छुपा भी रही है. पिछले 48 घंटों में बांगड़ अस्पताल में 14 संदिग्ध मरीजों की मौत हुई है, जो सभी वार्ड में भर्ती थे. इनमें से एक भी मौत को अस्पताल प्रबंधन की ओर से आंकड़ों में नहीं लिया गया. इसके साथ ही जितने भी मौत हुई है उन सभी के फेफड़े पूरी तरह से जाम थे.