पाली. जिले की कपड़ा इकाइयों से निकलने वाले गंदे पानी से नदियों के दूषित होने की समस्या तो सभी जानते हैं, लेकिन अब इससे शहर के गली-मोहल्लों तक प्रदूषण फैलने लगा है. प्रदूषित पानी को फेंकने के लिए कपड़ा इकाइयों ने इस बार बांगड़ कॉलेज मैदान को अपना निशाना बना लिया है. पिछले कई दिनों से रंगीन पानी के टैंकरों को बांगड़ कॉलेज मैदान में खाली किया जा रहा है.
गुरुवार सुबह बांगड़ कॉलेज में सैर करने आने वाले शहर वासियों को बदबू आने पर यह जानकारी हुई. जब बांगड़ कॉलेज के मैदान के अलग-अलग हिस्सों को देखा गया तो वहां पर प्रदूषित पानी के निशान नजर आए और मैदान के बीचो-बीच रंगीन पानी भी जमा था. इस संबंध में स्थानीय लोगों ने अधिकारियों को सूचित करने के साथ जिला कलेक्टर से शिकायत भी की.
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कपड़ा इकाई से निकलने वाले रंगीन गंदे पानी को ट्रीट करने के लिए पाली में ट्रीटमेंट प्लांट पर बना हुआ है. लेकिन प्रत्येक कपड़ा इकाई की निश्चित क्षमता तय की हुई है. इस क्षमता से अधिक रंगीन पानी कोई कपड़े इकाई नहीं छोड़ सकती. ऐसे में क्षमता से अधिक कपड़ा धुलाई करने के बाद इन कपड़ा इकाइयों और शहर में संचालित हो रही विभिन्न कपड़ा धुलाई इकाइयों की ओर से पानी ट्रीटमेंट प्लांट में भेजने के बजाय रात में टैंकरों में भर कर अन्यत्र स्थानों पर खाली कर दिया जा रहा है.
इससे पहले भी पाली की बांडी नदी में कई बार अवैध रूप से रंगीन पानी के टैंकर छोड़े जाने के मामले सामने आ चुके हैं. वहीं कई खेतों में भी रंगीन पानी छोड़ते टैंकर पकड़े जा चुके हैं. लेकिन यह पहला मौका है कि शहर के बीच स्थित बांगड़ कॉलेज में रंगीन पानी छोड़ा जा रहा है. अब स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों ने इसकी जांच शुरू कर दी है.