पाली. जिले के बांगड़ अस्पताल में सामान्य रोगों से जूझ रहे मरीजों को लेकर पसोपेश की स्थिति है. सामान्य रोग से ग्रसित होकर आने वाले मरीजों को बांगड़ अस्पताल सहित जिले भर के अस्पतालों में कहीं भी जगह नहीं मिल रही है.
सामान्य रोग के गंभीर मरीजों को अस्पताल के ट्रॉमा वार्ड में भर्ती किया जा रहा है. लेकिन बाकी रोगियों के लिए अब जगह नहीं बची है. शुक्रवार सुबह तक बांगड़ अस्पताल के 269 बेड कोरोना संक्रमित मरीजों से भर चुके थे. इन बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है. ऐसे में सामान्य रोगियों की सुविधा को लेकर बांगड़ अस्पताल प्रशासन भी काफी चिंतित नजर आ रहा है.
ताकि सामान्य मरीज चपेट में न आएं
अस्पताल प्रबंधन का तर्क है कि पूरा अस्पताल कोरोना संक्रमित रोगियों से भरा है. ऐसे में सामान्य रोगी को भर्ती कर संक्रमण का खतरा मोल नहीं ले सकते. लिहाजा मजबूरी में अस्पताल प्रबंधन सामान्य रोगियों को घर पर ही इलाज कराने की बात कह रहा है.
एक के बाद एक खाली कर दिए सभी वार्ड
पाली जिला मुख्यालय पर बांगड़ अस्पताल में करीब 11 वार्ड हैं. जिनमें टीबी, सर्जिकल, मेडिकल, त्वचा रोग, ट्रॉमा वार्ड और ईएनटी सहित कई वार्ड शामिल हैं. बांगड़ अस्पताल के सभी वार्डों को मिला दें तो यहां पर मरीजों के लिए 450 बेड उपलब्ध हैं. कोरोना काल के चलते बांगड़ अस्पताल में पहले इन मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड खोला गया था. इस आइसोलेशन वार्ड को मेडिकल वार्ड को खत्म कर शुरू किया गया था. लेकिन अचानक से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी तो मेडिकल वार्ड के बाद सर्जिकल वार्ड, ईएनटी वार्ड सहित अन्य वार्डों को कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व कर दिया गया. इन सभी वार्ड में भर्ती मरीजों को छुट्टी दे दी गई है.
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अभी भी कम पड़ रहे हैं बेड
अस्पताल के अधिकारियों की मानें तो बांगड़ अस्पताल में अब तक आठ वार्डों को कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए रिजर्व कर दिया गया है. इसमें कोरोना मरीजों के लिए 269 बेड अब तक रिजर्व हो चुके हैं. शुक्रवार सुबह तक की स्थिति की बात करें तो बांगड़ अस्पताल में यह सभी बेड फुल हो चुके हैं. लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि ज्यादातर मरीज गंभीर रूप से सामने आ रहे हैं. इसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करना आवश्यक हो चुका है.
हर चौथे मरीज को पड़ रही ऑक्सीजन की आवश्यकता
बांगड़ अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों से ज्यादा कोरोना संक्रमण से ग्रसित मरीज सामने आ रहे हैं. जिनकी रिपोर्ट तो नेगेटिव आ रही है. लेकिन उनका शरीर कोरोना संक्रमण के कारण पूरी तरह से निढाल हो चुका है. हर चौथे मरीज के फेफड़ों में काफी ज्यादा इंफेक्शन हो चुका है. ऐसे में यहां आने वाले मरीजों को ऑक्सीजन की सख्त आवश्यकता पड़ रही है. जिसके लिए बांगड़ अस्पताल को प्रतिदिन अपने बेड भी बढ़ाने पड़ रहे हैं.