बाली (पाली). जिले में प्रवासियों को लाने के फेर में सोशल डिस्टेंसिंग का टूटना भारी पड़ गया. बुधवार सवेरे मुंबई से आए 26 लोगों में से 18 कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. 18 नए पॉजिटिव मामले मिलने के साथ ही उपखंड प्रदेश का एक बड़े हॉट स्पॉट के रूप में उभर के सामने आया है. इसके चलते उपखंड के लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है.
बता दें कि, चिकित्सा विभाग की टीम ने काणा और नारलाई में एक-एक पॉजिटिव मिलने पर परिजनों सहित मुंबई से एक ही बस में सवार होकर आए 25 लोगों के सैंपल लिए गए थे. जिनमें से 18 लोग कोरोना से संक्रमित निकले हैं. साथ ही वो दो लोग भी पॉजिटिव मिले हैं, जो काणा में सबसे पहले मिले पॉजिटिव व्यक्ति को घाणेराव सीएचसी तक जांच कराने ले गए थे. इन सबको मिलाकर उपखंड में 20 पॉजिटिव केस हो गए हैं.
देसूरी ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश राठौड़ ने बताया कि, जांच के लिए पाली के बांगड़ अस्पताल भेजे गए 25 सैंपल में से 18 पॉजिटिव मिले हैं. जिनमें से काणा के 13, घाणेराव के 4 और जोबा का 1 व्यक्ति शामिल है. ये बस मुंबई से प्रवासियों को लेकर गुरुवार को यहां पहुंची थी, जिसमें 26 लोग सवार थे. इसके बाद शुक्रवार को काणा में पहला संदिग्ध रोगी मिला था. अगले दिन उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई. रविवार को नारलाई में भी एक संदिग्ध रोगी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिली.
एक्शन मोड में प्रशासन
जिले में बड़ी तादात में कोरोना मरीज मिलने के बाद प्रशासन सबंधित ग्रामों को सील करके सैनिटाइजेशन करवा रहा है. साथ ही बीडीओ मोहित दवे और आरआई मोहनलाल मेघवाल भी प्रभावित गांवों के दौरे पर पहुंच गए हैं. वहीं, काणा और नारलाई पहले से ही सील है.
इधर, कोरोना के कहर से क्षेत्रवासी बुरी तरह से भयभीत हो गए हैं. ट्रेन शुरू होने से बुधवार को भी प्रवासी बड़ी तादाद में पहुंचे हैं. जिससे कोरोना पॉजिटिव की तादाद में और इजाफा होने की आशंका जताई जा रही है. वहीं, पाली जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण से ग्रसित दो लोगों की मौत भी हो चुकी है. इसके चलते लोग अब सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने की गंभीरता समझने लगे हैं.