डीडवाना ( नागौर). जिले के मौलासर थाना क्षेत्र के ग्राम रसीदपुरा में एक विवाहिता ने प्रेमी व पिता के साथ मिलकर अपने ही पति को मौत के घाट उतार (Wife murdered husband along with lover and father ) दिया. आरोपी हत्या को आत्महत्या की शक्ल देना चाह रहे थे. लेकिन पुलिस की जांच में सब साफ हो गया. पुलिस ने हत्या में शामिल मृतक की पत्नी व ससुर को गिरफ्तार कर लिया है. घटना के करीब 14 दिन बाद पुलिस को गुत्थी सुलझाने में सफल रही. पूरे घटनाक्रम का खुलासा करते करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.
बता दें कि इस घटना को लेकर मृतक महेंद्र बनबागरियां की मां डाकीपुरा गांव निवासी मंगनी पत्नी रतनाराम बनबागरिया ने 29 मई को पुलिस थाना मौलासर में आरोपियों के खिलाफ हत्या की नामजद रिपोर्ट दी थी. इसके बाद पुलिस ने मृतक की मौत को संदिग्ध मानते हुए जांच आरंभ की और आरोपियों तक पहुंची. हत्या में शामिल अन्य लोगों की अभी तलाश की जा रही है. इधर मृतक की पत्नी व ससुर को पुलिस ने डीडवाना न्यायालय में पेश किया. जहां से ससुर नेहरू को डीड़वाना और मृतक की पत्नी को महिला जेल नागौर भेज दिया गया.
हत्या के बाद आत्महत्या का रूप देना चाह रहे आरोपी: पुलिस के अनुसार पति महेंद्र की हत्या करने के बाद पत्नी बिमला व उसके अन्य साथी हत्या को आत्महत्या का रूप देना चा रहे थे. हत्या करने से पहले महेंद्र को उसकी पत्नी बिमला रसीदपुरा के एक शराब ठेके पर ले गई. वहां से शराब खरीदकर वे पास स्थित एक तालाब में चले गए. जहां पति महेंद्र के साथ बैठकर उसने बियर पी. जब महेंद्र को शराब का नशा होने लगा तो विवाहिता ने अपने पूर्व के प्रेमी भाणु तथा पिता नेहरू उर्फ नरिया को ठेके के पास तालाब में बुला लिया और महेंद्र का गला घोंटकर हत्या कर दी. जबकि हत्या के बाद बताया गया कि महेंद्र ने पेड़ पर लटकर आत्महत्या कर ली है. हालांकि पुलिस शुरू से ही इस मौत को संदिग्ध मान रही थी. बाद में मृतक महेंद्र के परिजनों ने भी मौत पर संदेह जताया और पुलिस में कुछ संदिग्ध लोगों के खिलाफ हत्या करने की रिपोर्ट दी गई. जब पुलिस ने मृतक की पत्नी और ससुर को थाने लाकर कई दिनों तक लगातार अलग-अलग एंगल से पूछताछ की तो वे टूट गए और पुलिस को हत्या के संबंध में पूरी सच उगल दी.
आरोपियों की कॉल डिटेल से खुला हत्या का राज: मृतक महेंद्र की मौत पर जब पुलिस को शक होने लगा तो पुलिस के आला अधिकारी हरकत में आए. पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विमलसिंह नेहरा के सुपरविजन में वृताधिकारी गोमाराम बिजारिणयां ने घटना स्थल का निरीक्षण किया गया. थानाधिकारी जसंवतदेव के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. जांच के दौरान पुलिस टीम ने आरोपियों की कॉल डिटेल खंगाली. मुखबीर व मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मृतक की पत्नी बिमला व मृतक के ससुर रसीदपुरा निवासी नेहरू उर्फ नारिया को 5 जून को शक के आधार पर दस्तयाब किया गया. दोनों से थाने में गहनता से पूछताछ की गई, तो दाेनों ने हत्या का राज उगल दिया.
इन आरोपियों पर हत्या का आरोप: मृतक की मां की ओर से पुलिस को दी गई रिपोर्ट में मृतक की पत्नी बिमला, ससुर नेहरू उर्फ नारिया गांव रसीदपुरा, रामुराम बागरियां पुत्र आसुराम, भाणु पुत्र रामुराम बनबागरियां, भींमा निवासी राजुराम पुत्र सोनाथ व उसकी पत्नी परमेश्वरी बनबागरियां पर हत्या का आरोप लगाया है.
इसलिए की गई महेंद्र की हत्या: पुलिस पूछताछ में सामने आया कि वर्ष 2021 में बिमला, रामुराम बागरियां के पुत्र भाणु के साथ प्रेम-प्रसंग के चलते चली गई थी और काफी दिनों तक उसके साथ भी रही थी. लेकिन कुछ दिन पहले बिमला को उसके पिता नेहरू उर्फ नारिया उसे भाणु के पास से वापस ले आया और महेंद्र के परिजन से दो लाख रुपए लेकर महेंद्र के साथ शादी कर दी. बिमला पूर्व के प्रेमी भाणु काे चाहती थी. वह महेंद्र को छोड़ना चाह रही थी. यदि वह महेंद्र को छोड़ती तो उसके पिता को दो लाख रुपए वापस महेंद्र के पिता को देने पड़ते. इसलिए बिमला, उसके पिता नेहरू व पूर्व प्रेमी भाणु ने मिलकर षड़यत्र रचा और एक सुनियोजित तरिके से महेंद्र की हत्या कर दी गई.