नागौर. पिछले दिनों हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों को जो जख्म दिए थे. वे अभी भरे भी नहीं और मौसम ने बुधवार को फिर एक बार अपना रंग बदल लिया. जिला मुख्यालय सहित जिले के अधिकांश हिस्सों में आज सुबह से ही बादल छाए रहे और तेज हवा चली. दिन भर में कुछ समय के लिए सूरज निकाला. बाकि दिनभर सर्द हवा और धूलभरी आंधी ने लोगों को परेशान किया.
इस दौरान तेज हवा के साथ धूल उड़ने से एक तरफ वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ी तो दूसरी तरफ किसानों के चेहरे पर भी चिंता की लकीरें साफ दिखाई दी. जानकारों का कहना है कि तेज हवा चलने से जीरा और इसबगोल की पकी-पकाई फसलों को नुकसान का अंदेशा है.
बता दें कि पिछले दिनों जिले के कई हिस्सों में कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हुई थी. इसके अलावा कई गांवों में ओले भी गिरे थे. जिसके चलते जीरे और इसबगोल की फसल को खासतौर पर नुकसान हुआ था. वहीं, आकाशीय बिजली गिरने से दो महिलाओं की जान भी चली गई थी. पिछले दिनों बारिश के तत्काल बाद एसडीएम और तहसीलदार ने अपने-अपने क्षेत्रों में मौका मुआयना भी किया था. सरकार के निर्देश पर अब विशेष गिरदावरी का काम चल रहा है. पटवारी और गिरदावर अपने-अपने इलाकों में विशेष गिरदावरी रिपोर्ट तैयार करने के लिए सर्वे कर रहे हैं.
पढ़ें- मकराना में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया होलिका दहन का पर्व
एडीएम मनोज कुमार ने बताया कि पिछले दिनों बेमौसम बरसात और ओले गिरने से फसलों को नुकसान हुआ था. जिसका राजस्व अधिकारियों ने जायजा लिया था. उनका कहना है कि सरकार ने 15 दिन में विशेष गिरदावरी रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं. संबंधित पटवारी और गिरदावर सर्वे करके रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. इधर, बुधवार को एक बार फिर से मौसम के बदले तेवरों ने किसानों के साथ ही प्रशासन के चेहरे पर भी चिंता की लकीरें खींच दी हैं.