नागौर. लंबे समय के बाद नागौर नगर परिषद की साधारण सभा की बैठक बुधवार को आयोजित की गई. बैठक में सभापति मीतू बोथरा, आयुक्त श्रवण राम चौधरी के साथ नागौर नगर परिषद क्षेत्र के पार्षद मौजूद रहे. इस दौरान एजेंडे के कई बिंदुओं पर हंगामे की स्थिति बनी.
बैठक के दौरान प्रस्तावित समितियों की स्वीकृति के लिए निदेशालय को भेजे गए पत्र पर चर्चा हुई. बैंक ऑफ बड़ौदा एटीएम के पीछे नगर परिषद कार्यालय परिसर में ई-मित्र स्वीकृत किया गया. कर्मचारी की अनुकम्पा नियुक्ति और पदोन्नति पर निर्णय लिया गया. नगर परिषद कार्यालय और दामोदरदास हॉल के बीच ऊपर के निर्माण को लेकर प्रस्ताव को पास किया गया.
नगर परिषद की ओर से उच्च न्यायालय जोधपुर में पैनल अधिवक्ता नियुक्त करने, DLB जयपुर निगरानी प्रकरण और स्थानीय न्यायालय में पैरवी के लिए अधिवक्ता की नियुक्ति के संबंध में प्रस्ताव को अनुमोदित किया गया. शहर की कॉलोनियों में हाईमास्ट एलईडी लाइट खरीदने के प्रस्ताव को पास कर पार्षदों की मांग के मुताबिक लगाने की बात कही गई. स्टोर के अनुपयोगी सामान की नीलामी के प्रस्ताव पर भी बैठक में सहमति बनी.
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पत्रकार कॉलोनी में पत्रकारों को आवासी भूखंड आवंटन का अनुमोदन किया गया. निर्माण एवं विकास कार्यों से संबंधित कार्यों की स्वीकृति दी गई. (टैक्सी पार्किंग स्थल, अहिछत्रपुर कॉलोनी में सड़कों का निर्माण) सहित सभी विकास कार्य अब पार्षदों की मांग के अनुसार होंगे.
पेयजल समस्या पर नहीं हुई चर्चा
उम्मीद की जा रही थी कि बैठक में नगर परिषद क्षेत्र में पिछले कई दिनों से परेशान लोगों की पेयजल समस्याओं पर चर्चा होगी. इसके समाधान के लिए कोई रास्ता निकाला जाएगा. लेकिन बैठक में पेयजल से जुड़ी कोई बात नहीं हुई. बताया गया कि साधारण सभा की बैठक पूर्व निर्धारित एजेंडे पर आधारित थी. इसमें पेयजल समस्या नहीं रखी गई थी. पार्षद ओमप्रकाश सांखला ने बैठक के अंत में पेयजल समस्या का मुद्दा उठाया तो आयुक्त श्रवणराम चौधरी की तरफ से बैठक समाप्ति की घोषणा कर दी गई.
पानी के मुद्दे पर हंगामा
साधारण सभा की बैठक खत्म होने के बाद नगर परिषद में एक बार फिर पानी की समस्याओं को लेकर महिलाओं की ओर से हल्ला बोला गया. गुस्साई महिलाओं ने नगर परिषद के सभापति नीतू बोथरा का घेराव करते हुए पानी की नियमित सप्लाई की मांग की.
पानी की समस्याओं पर गंभीर नहीं होने का आरोप
महिलाओं ने साफतौर पर नगर परिषद पर आरोप लगाया कि नगर परिषद नागौर शहर में पानी की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है. यही वजह कि नगर परिषद में आयोजित साधारण सभा की बैठक में पानी की समस्याओं को लेकर किसी तरह की कोई चर्चा नहीं की गई.