मकराना (नागौर). जलझूलनी एकादशी के अवसर पर मकराना चारभुजा मंदिर प्रशासन की ओर से किसी भी प्रकार से ठाकुरजी की रेवाड़ी नहीं निकाली गई. शनिवार को भगवान चारभुजा नाथ की प्रतिमा को निज मंदिर से बाहर निकालते हुए पालने में बिराजने के साथ ही श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ मंदिर के बाहर ही ससम्मान रखा गया.
यहां पर श्रद्धालुओं ने ठाकुरजी के दर्शन करने के साथ ही परिक्रमा करते हुए परिवार की खुशहाली के लिए मंगलकामनाएं की. इस दौरान अनेक भक्तगणों ने स्थानीय लोगों के घरों पर चढ़कर पुष्प वर्षा करते हुए ठाकुरजी का स्वागत किया.
पढ़ें- पूर्व मंत्री सीआर चौधरी ने सीएम गहलोत पर साधा निशाना, कहा- सरकार हर मोर्चे पर विफल
कोरोना वायरस के तहत ठाकुरजी कर रेवाड़ी नहीं निकाले जाने के कारण विभिन्न मार्गों पर ठाकुरजी का कई श्रद्धालुओं द्वारा इंतजार भी किया जाता रहा, लेकिन कोविड के तहत मंदिर प्रशासन ने रेवाड़ी नहीं निकाले जाने का निर्णय लिया. इस निर्णय के बारे में श्रद्धालुओं को जानकारी हुई तो श्रद्धालु मंदिर पहुंचे और ठाकुरजी के दरबार में पुष्प चढ़ाकर मनोतियां मांगी.
वहीं, शाम को ठाकुरजी को निच मंदिर में विराजित किया गया. इसके साथ ही महाआरती का कार्यक्रम आयोजित किया गया. यहां पर आये श्रद्धालुओं ने दो गज की सामाजिक दूरी रखते हुए ठाकुरजी की आरती के कार्यक्रम में भाग लिया. आरती के संपन्न होने के बाद यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं को मंदिर प्रशासन की ओर से प्रसाद का वितरण किया गया.