नागौर. जिले के एक नंदीशाला में डेढ़ दर्जन से अधिक गौवंश की मौत मामला तूल पकड़ता जा रहा है. नागौर SDM सुनील पंवार, तहसीलदार सुभाष चंद और पशु पालन विभाग के उप निदेशक जगदीश बरबड के साथ चार ग्राम पंचायतों के कई जन प्रतिनिधि भी नंदीशाला मे पहुंचें. एसडीएम ने आदेश जारी करके मेडिकल बोर्ड से मृत गौवंश का पोस्टमार्टम करवाया.
सदर थाना पुलिस की मौजूदगी में गौ शाला के अध्यक्ष सुखराम फिड़दा, मंत्री सुखराम सोलंकी के बयान उपखंड अधिकारी ने बयान दर्ज किए. मीडिया से बात करते हुए मंत्री सुखराम सोलंकी ने बताया कि वर्तमान मे 280 बीघा में बने नंदीशाला में करीब 850 गौवंश गौशाला में मौजूद हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि पिछले चार महीने से कई गोवंश की मौत हो चुकी है.
वहीं उपखंड अधिकारी सुनील पंवार ने बताया कि पूरे मामले में गौशाला संचालकों की लापरवाही सामने आ रही है. चारा और पानी की अपर्याप्तता के साथ अन्य व्यवस्थाओं की कमी निरीक्षण में पाई गई है. संभवतया यही इन गौवंश की असामयिक मौत की वजह बनी है.
एसडीएम ने बताया कि पानी और चारे के सैंपल लिए गए हैं. इस बारे में पशु पालन विभाग के उपनिदेशक जगदीश बरबड़ ने बताया कि मेडिकल बोर्ड में दो टीमों का गठन किया गया है. साथ ही गायों के विसरा सैंपल लिए गए है. FSL सैंपल से ही सच्चाई का पता चलेगा.