नागौर. अपने आंदोलनों से प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के नाक में दम करने वाले रोडवेज कर्मचारियों ने अब वर्तमान कांग्रेस सरकार को भी घेरना शुरू कर दिया है. कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए बुधवार को नागौर में रोडवेज कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन और सांकेतिक चक्का जाम किया.
बता दें कि बस स्टैंड पर एक घंटे चक्का जाम के चलते एक भी बस को यहां से रवाना नहीं होने दिया गया. रोडवेज कर्मचारी संगठनों के संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर यह प्रदर्शन किया. वहीं आंदोलनकारियों का कहना है कि भाजपा सरकार के समय वे आंदोलन कर रहे थे. तब कांग्रेस नेता सचिन पायलट और प्रताप सिंह खाचरियावास ने मिलकर उनकी मांगों को पूरी करने का भरोसा दिलाया था. रोडवेज कर्मचारियों ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन दिया. लेकिन सरकार बनने के 10 महीने बाद भी कांग्रेस सरकार रोडवेज कर्मचारियों की मांगों को लेकर कोई सकारात्मक निर्णय नहीं ले पाई है. इसके चलते आंदोलन किया जा रहा है.
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आंदोलनकारियों ने बताया कि पिछले दिनों उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के निर्वाचन क्षेत्र टोंक में रोडवेज कर्मचारियों ने सभा की थी. बुधवार को सांकेतिक चक्का जाम किया गया है. अब भी सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्वाचन क्षेत्र जोधपुर में सभा करेंगे. इसके साथ ही रोडवेज कर्मचारियों ने आंदोलन को गति देने की भी चेतावनी दी है.