नागौर. चेनार सरपंच योगेश सोलंकी और उसके एक साथी को अजमेर रेंज आईजी की स्पेशल टीम ने ऑनलाइन सट्टेबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया था. मामले में नागौर पुलिस की मिलीभगत भी सामने आई. जिसके बाद नागौर कोतवाली थानाधिकारी और एक हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया. 4 जून को नागौर दौरे पर पहुंचे नागौर प्रभारी मंत्री और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को कांग्रेसी नेताओं ने पूरे प्रकरण से अवगत कराया.
मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि पूरे मामले की जांच अजमेर रेंज आईजी के नेतृत्व में विशेष टीम कर रही है. अगर आवश्यकता हुई तो आने वाले दिनों में मामले की जांच सीआईडी-सीबी या ACB भी से करवाई जा सकती है. जो कोई भी कानून तोड़ेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने अजमेर रेंज आईजी की नागौर में कार्रवाई सही बताया.
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नागौर कांग्रेस अध्यक्ष जाकिर हुसैन ने कहा कि अजमेर रेंज आईजी की जांच रिपोर्ट के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. जिला उपाध्यक्ष राधेश्याम सांगवा ने कहा कि सट्टेबाजी के इस प्रकरण में लिप्त नागौर पुलिस के जवानों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
ऑनलाइन सट्टेबाजी के प्रकरण में गिरफ्तार सरंपच योगेश सोलंकी और उसके साथी पंकज भाटी को न्यायालय में पेश किया गया. कोतवाली पुलिस ने मामले की तफ्तीश के लिए न्यायालय से 1 दिन का रिमांड मांगा. जिसे स्वीकार कर लिया गया. वहीं पकंज भाटी को 17 जून तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है. आरोपियों के एडवोकट ने जमानत का प्रार्थना पत्र लगाया है. जिस पर 5 जून क सुनवाई होगी.