नागौर. प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी किसी भी तरह की कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं है. यही वजह है कि केंद्रीय नेतृत्व राजस्थान पर अपनी नजरें पूरी तरीके से जमाए हुए है. इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि पीएम मोदी लगातार राजस्थान में कमोबेश हर 1 महीने में एक दौरा कर रहे हैं. हालात यह है कि इस बार तो जुलाई के महीने में दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान दौरे पर आ रहे हैं.
बीजेपी नेताओं की मानें तो 28 जुलाई को पीएम मोदी नागौर जिले के खरनाल में किसानों की बड़ी सभा करने जा रहे हैं. इस दौरे के जरिए पीएम मोदी बीजेपी के पक्ष में चूनावी माहौल तो तैयार करेंगे. इसके साथ ही कांग्रेस के लाभार्थी स्कीम का जवाब किसान निधि में राशि ट्रांफसर करके देंगे. इतना ही नहीं, चुनावी माहौल में खरनाल के वीर तेजाजी मंदिर में पूजा-अर्चना कर जाट समाज को भी साधने की कोशिश होगी.
ये बन रहा प्रोग्राम : केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि 28 जुलाई को नागौर के खरनाल में पीएम मोदी की बड़ी सभा होगी. ये कार्यक्रम कृषि मंत्रालय और फर्टिलाइजर मंत्रालय आयोजित कर रहा है. इस सभा में पीएम मोदी 9 करोड़ किसानों के खातों में 18 हजार करोड़ रुपये की सम्मान निधि ट्रांफसर करेंगे. किसानों के खातों में सम्मान निधि ट्रांसफर करने के अलावा फर्टिलाइजर मंत्रालय की 'पीएम प्रणाम' स्कीम में किसानों के लिए किए गए नए प्रावधानों की भी प्रधानमंत्री घोषणा करेंगे.
3 लाख लोगों को जुटाने का दावा : मंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि केंद्र सरकार लगातार किसानों के हित में फैसले ले रही है. किसानों को किस तरह से अधिक से अधिक लाभ दिया जा सके, इसको लेकर पिछले 9 सालों में मोदी सरकार ने कई बड़े काम किए हैं. खरनाल में होने वाली इस सभा मे 3 लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है. इसको लेकर तैयारियां भी शुरू हो गई हैं. मोदी की सभा में नागौर के आसपास के जिले जिसमें अजमेर, जयपुर, सीकर, चूरू, बीकानेर, जोधपुर और पाली से भी लोग जुटेंगे.
जाट समाज को साधने की कोशिश : मीणा और गुर्जर समाज के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाट समाज को भी अपनी नागौर सभा के जरिए साधने की कोशिश करेंगे. बताया जा रहा है कि खरनाल पहुंचने पर पीएम मोदी पहले वीर तेजाजी मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. उसके बाद सभा को संबोधित करेंगे. नागौर जिले में जाट समाज का बड़ा प्रभाव रहा है और वीर तेजाजी के प्रति जाट समाज की गहरी आस्था भी है. मोदी वीर तेजाजी की पूजा के जरिए जाट समाज में धार्मिक संदेश भी देंगे.
बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुर्जर, मीणा, आदिवासी और एससी बेल्ट पर फोकस किया था. गुर्जरों को साधने के लिए पीएम मोदी ने गुर्जर समाज के आराध्य देवनारायण जयंती पर भीलवाड़ा के आसींद में सभा की थी. उसके बाद गुर्जर-मीणा बाहुल्य दौसा में दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया था. वे आदिवासी बाहुल्य बांसवाड़ा, अजमेर और सिरोही में भी सभा कर चुके हैं.
नागौर का सियासी गणित : राजस्थान से बीजेपी के पास वैसे तो 24 लोक सभा की सीटें हैं, जबकि नागौर संसदीय सीट पर बीजेपी ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को गठबंधन में खाली छोड़ी थी और पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल जीत कर सांसद बने थे. लेकिन किसानों के मुद्दे पर हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ लिया था. अब बीजेपी नागौर संसदीय सीट को भाजपा सबसे कमजोर सीट मानकर अलग से प्लानिंग कर रही है.
नागौर जिले की बात करें तो यहां 10 विधानसभा सीटें है. 2013 में भाजपा ने नागौर की 10 विधानसभा सीटों में से 9 पर जीत दर्ज की थी, लेकिन 2018 में बीजेपी को मात्र 2 सीटों से संतुष्ट होना पड़ा था. जिसमें मकराना और नागौर सीट बीजेपी के पास है. जबकि कांग्रेस के खाते में 6 सीटें आईं, जिसमें लाडनूं, जायल, डीडवाना, डेगाना, परबतसर और नावां विधानसभा सीट शामिल है. वहीं, चुनाव में उतरी हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने दो सीटों पर जीत दर्ज की, जिसमें खींवसर और मेड़ता विधानसभा सीट शामिल है.
मोदी खरनाल में कर सकते हैं बड़ी घोषणा : सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी खरनाल दौरे के दौरान कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं. हालांकि, सांसद हनुमान बेनीवाल जब एनडीए में थे, तब प्रधानमंत्री को खरनाल लाने तथा उनसे यहां बड़ी घोषणा के रूप में राष्ट्रीय धार्मिक स्थल की घोषणा करवाने के दावे किए थे. अब सांसद बेनीवाल एनडीए से अलग हो चुके हैं और विधानसभा चुनाव में प्रदेश की सभी सीटों पर प्रत्याशी खड़े करने की बात कर रहे हैं. ऐसे में भाजपा यहां बड़ी घोषणा करके बेनीवाल को जवाब दे सकती है.
फिर से मोदी, शाह और नड्डा : राजस्थान विधानसभा चुनाव की गंभीरता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही नहीं, बल्कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व भी लगातार राजस्थान का दौरा कर रहा है. पिछले महीने जून के आखिरी सप्ताह में 28 जून को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जोधपुर में, 29 जून को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भरतपुर में और 30 जून को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उदयपुर में सभा कर चुके हैं.
वहीं, इस महीने में पीएम मोदी दूसरी बार राजस्थान आ रहे हैं. 8 जुलाई को पीएम मोदी ने बीकानेर में सभा की थी. अब 28 जुलाई को नागौर में सभा करने जा रहे हैं. खास बात है कि इसी महीने में ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 16 जुलाई को प्रदेश में शुरू हो रहे 'नहीं सहेगा राजस्थान' अभियान का आगाज करने के लिए जयपुर पहुंच रहे हैं. जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का 22 जुलाई को गंगानगर का दौरा बन रहा है.