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चंपालाल मौत मामला: 42 घंटे बाद भी ग्रामीणों का प्रदर्शन जारी, मांगें पूरी होने तक शव नहीं उठाने का एलान

चंपालाल गौड़ की मौत के मामले में 42 घंटे बाद भी परिजन थाने के बाहर खींवसर विधायक के साथ धरने पर बैठे हैं. थाने के बाहर हंगामे को देखते हुए थाना परिसर को छावनी में तबदील कर दिया गया है. परिजनों के अनुसार जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी तब तक वो शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे.

चंपालाल मौत मामले में प्रदर्शन जारी, Demonstration continues in the Champa Lal death case
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Published : Nov 12, 2019, 8:20 PM IST

नागौर. जिले के खींवसर थाना इलाके के थांबड़िया गांव के निवासी चंपालाल गौड़ की मौत के मामले में 42 घंटे बीत जाने के बाद भी परिजन थाने के बाहर खींवसर विधायक के साथ धरने पर बैठे हैं. थाने के बाहर हंगामे को देखते हुए थाना परिसर को छावनी में तबदील कर दिया गया है. बता दें कि परिजनों ने अभी तक शव का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया है.

चंपालाल मौत मामले में प्रदर्शन जारी

मृतक के परिजन और ग्रामीण थाने के बाहर शव के साथ धरने पर बैठे हैं. जिसके बाद अब 6 वें दौर की वार्ता के प्रयास तेज कर दिए गए हैं. वहीं, मौके पर नागौर एडीएम रामकुमार और जिले के चार थानों की आरएसी मौके पर मौजूद है.

पढ़ें- नागौर: चंपा लाल की मौत मामले में विरोध जारी, मांगों को लेकर थाने के बाहर ग्रामीणों का प्रदर्शन

पूरे मामले में ग्रामीणों की मांग के अनुसार एक आश्रित को सरकारी नौकरी, आरोपियों की गिरफ्तारी, 50 लाख रुपए का मुआवजा और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पूरी होने पर ही शव को उठाया जाएगा.

मृतक के परिजनों का कहना है कि दबंगों ने मृतक की जमीन पर कब्जा करने के लिए परिवार वालों को डराया और खेत में चंपालाल के पीछे ट्रैक्टर भी दौड़ाया. साथ ही आरोपियों ने खेत में खड़ी फसल को भी नष्ट कर दिया.

वहीं, इस मामले में पीड़ित ने तीन बार पुलिस को सूचित किया लेकिन पुलिस ने आरोपियों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर बाद में छोड़ दिया. परिजनों ने बताया कि चंपालाल ने पुलिस अधीक्षक से भी न्याय की गुहार लगाई थी. लेकिन किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिसके चलते सदमे में चंपालाल की मौत हो गई.

नागौर. जिले के खींवसर थाना इलाके के थांबड़िया गांव के निवासी चंपालाल गौड़ की मौत के मामले में 42 घंटे बीत जाने के बाद भी परिजन थाने के बाहर खींवसर विधायक के साथ धरने पर बैठे हैं. थाने के बाहर हंगामे को देखते हुए थाना परिसर को छावनी में तबदील कर दिया गया है. बता दें कि परिजनों ने अभी तक शव का पोस्टमार्टम करने से मना कर दिया है.

चंपालाल मौत मामले में प्रदर्शन जारी

मृतक के परिजन और ग्रामीण थाने के बाहर शव के साथ धरने पर बैठे हैं. जिसके बाद अब 6 वें दौर की वार्ता के प्रयास तेज कर दिए गए हैं. वहीं, मौके पर नागौर एडीएम रामकुमार और जिले के चार थानों की आरएसी मौके पर मौजूद है.

पढ़ें- नागौर: चंपा लाल की मौत मामले में विरोध जारी, मांगों को लेकर थाने के बाहर ग्रामीणों का प्रदर्शन

पूरे मामले में ग्रामीणों की मांग के अनुसार एक आश्रित को सरकारी नौकरी, आरोपियों की गिरफ्तारी, 50 लाख रुपए का मुआवजा और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पूरी होने पर ही शव को उठाया जाएगा.

मृतक के परिजनों का कहना है कि दबंगों ने मृतक की जमीन पर कब्जा करने के लिए परिवार वालों को डराया और खेत में चंपालाल के पीछे ट्रैक्टर भी दौड़ाया. साथ ही आरोपियों ने खेत में खड़ी फसल को भी नष्ट कर दिया.

वहीं, इस मामले में पीड़ित ने तीन बार पुलिस को सूचित किया लेकिन पुलिस ने आरोपियों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर बाद में छोड़ दिया. परिजनों ने बताया कि चंपालाल ने पुलिस अधीक्षक से भी न्याय की गुहार लगाई थी. लेकिन किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिसके चलते सदमे में चंपालाल की मौत हो गई.

Intro:42 घंटे से धरना जारी, मांगे पूरी होने पर ही शव उठाने का एलान

नागौर जिले के खींवसर थाना इलाके के थांबड़िया गांव के निवासी चंपालाल गौड़ की मौत मामले में आज भी 42 घण्टों से गतिरोध बरकरार है परिजन ने थाने के खीवसर विधायक के साथ धरने पर बैठे है Body:आज 42 घण्टों बाद भी मेडीकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम नही हुआ है साथ ही विरोध और हंगामें को देखते हूए खीवसर थाना छावनी में तब्दील कर दिया है थाने के सामने विरोध अब भी जारी है, और 42 घण्टों से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी खींवसर के थाने के बाहर मृतक चंपालाल के शव के साथ ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर अड़े हैं ..खिवसर थाने के सामने धरना स्थलं पर पुलिस पोस्टमार्टम करवाने का नोटिस लेकर पहुंची लेकिन लेने से मना कर दिया और थाने के सामने विरोध प्रदर्शन जारी है छ्टवें दौर की वार्ता के प्रयास तेज कर दिए नागौर ADM मनोज कुमार ASP रामकुमार खीव जिले के चार थाने और RAC का अति जाब्ता मौके पर है ग्रामीणों की मांगों के मुताबिक एक आश्रित को सरकारी नौकरी, मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी, 50 लाख रुपये का मुआवजा व दोषी पुलिस कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग पूरी होने पर ही शव उठाया जाएगा। चंपा लाल के परिजनों का कहना है कि
दबंगो ने मृतक की जमीन पर कब्जा उसके परिवार को इतना डराया और खेत में ट्रेक्टर सें चंपालाल के पीछे दौड़ाया जिससे चंपालाल की सदमे से मौत हो गई । न्याय की उम्मीद में दर-दर भटकते परिवादी को न्याय मिलने में इतनी देर हुई कि पीड़ित चंपा लाल गौड़ की सदमे से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार खींवसर थाना क्षेत्र के पांचला सिद्धा गांव निवासी कंचन देवी पत्नी चम्पा लाल गौड़ की खरीद शुदा जमीन पर लोगों ने जबरन कब्जा कर लिया। इस सम्बंध में पीड़ित पक्ष कीओर से खींवसर थाने में तीन बार रिपोर्ट दी गई लेकिन पुलिस ने पुख्ता कार्रवाई करने के बजाय आरोपियों को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कर छोड़ दिया। बार-बार जमीन पर कब्जा करने की कोशिशे की व खेत में नहीं घुसने और जान से मारने की धमकी से परेशान परिवादी ने जिला पुलिस अधीक्षक डॉ विकास पाठक से मिलकर न्याय की गुहार लगाई लेकिन पीड़ित को न्याय नहीं मिला।Conclusion:इसी बीच रविवार रात को आरोपी फिर ट्रेक्टर लेकर खेत मे पहुंचे खेत मे खडी फसल को नुकसान पहुंचाया गया । आरोप ये भी है कि सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची।इसी बीच पीड़ित चंपा लाल गौड की सदमे से मौत हो गई।
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