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नागौर: जिला परिषद सभागार का किराया तय...एक दिन के लिए चुकाने होंगे 21 हजार - One day rent of Zilla Parishad auditorium

नागौर जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. जिला परिषद के सभागार के नवीनीकरण के काम का लोकार्पण भी किया गया. सभागार किराए पर देने और एक दिन का किराया 21 हजार रुपए तय करने का भी प्रस्ताव रखा गया है.

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Published : Sep 13, 2019, 8:24 PM IST

नागौर. जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक शुक्रवार को हुई इस कार्यकाल की संभवतः अंतिम बैठक होने के कारण बैठक की शुरुआत में सभी पंचायत समितियों के प्रधान और जिला परिषद सदस्यों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया.

जिला परिषद सभागार की सम्पन्न हुई अंतिम बैठक

मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी ने बताया कि जिला परिषद परिसर में जिला संदर्भ केंद्र बनाने के लिए सरकार ने 25 लाख रुपए की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी की है. लेकिन तकनीकी अधिकारियों ने इसके लिए 32.12 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार किया है.

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सरकार के निर्देश हैं कि 25 लाख रुपए से अधिक खर्च होने वाली राशि जिला परिषद को अपने मद से खर्च करनी होगी. इसके साथ ही सभागार को बैठक के लिए किराए पर देने का भी प्रस्ताव भी रखा गया. जिसका किराया प्रतिदिन 21 हजार रुपए तय किया गया है. इसके साथ ही जिला परिषद परिसर में बारिश के पानी को सहेजने के लिए 2 लाख रुपए की लागत से टांका बनाने, बरणगांव और नारायणपुरा ग्राम पंचायत के भवन निर्माण के लिए 20-20 लाख रुपए की वित्तीय और प्रशासनिक स्वीकृति जारी करने के साथ ही कई प्रस्ताव पर चर्चा की गई.

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बैठक से पहले सरकारी उप सचेतक महेंद्र चौधरी, जिला प्रमुख सुनीता चौधरी, कलेक्टर दिनेश कुमार यादव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने सभागार का फीता काटकर लोकार्पण किया. जिला परिषद की बैठक में पंचायत समितियों के प्रधान और जिला परिषद सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं बताई और उनके निवारण के लिए सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए.

नागौर. जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक शुक्रवार को हुई इस कार्यकाल की संभवतः अंतिम बैठक होने के कारण बैठक की शुरुआत में सभी पंचायत समितियों के प्रधान और जिला परिषद सदस्यों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया.

जिला परिषद सभागार की सम्पन्न हुई अंतिम बैठक

मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी ने बताया कि जिला परिषद परिसर में जिला संदर्भ केंद्र बनाने के लिए सरकार ने 25 लाख रुपए की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी की है. लेकिन तकनीकी अधिकारियों ने इसके लिए 32.12 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार किया है.

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सरकार के निर्देश हैं कि 25 लाख रुपए से अधिक खर्च होने वाली राशि जिला परिषद को अपने मद से खर्च करनी होगी. इसके साथ ही सभागार को बैठक के लिए किराए पर देने का भी प्रस्ताव भी रखा गया. जिसका किराया प्रतिदिन 21 हजार रुपए तय किया गया है. इसके साथ ही जिला परिषद परिसर में बारिश के पानी को सहेजने के लिए 2 लाख रुपए की लागत से टांका बनाने, बरणगांव और नारायणपुरा ग्राम पंचायत के भवन निर्माण के लिए 20-20 लाख रुपए की वित्तीय और प्रशासनिक स्वीकृति जारी करने के साथ ही कई प्रस्ताव पर चर्चा की गई.

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बैठक से पहले सरकारी उप सचेतक महेंद्र चौधरी, जिला प्रमुख सुनीता चौधरी, कलेक्टर दिनेश कुमार यादव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने सभागार का फीता काटकर लोकार्पण किया. जिला परिषद की बैठक में पंचायत समितियों के प्रधान और जिला परिषद सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं बताई और उनके निवारण के लिए सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए.

Intro:नागौर जिला परिषद की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। जिला परिषद के सभागार नवीनीकरण के काम का भी लोकार्पण किया गया। दूसरे विभागों या अन्य समाजिक संगठनों को सभागार किराए पर देने और एक दिन का किराया 21 हजार रुपए तय करने का भी प्रस्ताव रखा गया।


Body:नागौर. जिला परिषद की साधारण सभा शुक्रवार को हुई। इस कार्यकाल की संभवतः अंतिम बैठक होने के कारण बैठक की शुरुआत में सभी पंचायत समितियों के प्रधान और जिला परिषद सदस्यों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी ने बताया कि जिला परिषद परिसर में जिला संदर्भ केंद्र बनाने के लिए सरकार ने 25 लाख रुपए की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की है। लेकिन तकनीकी अधिकारियों ने इसके लिए 32.12 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार किया है। अब सरकार के निर्देश हैं कि 25 लाख रुपए से अधिक खर्च होने वाली राशि जिला परिषद को अपने मद से खर्च करनी होगी। इसके साथ ही सभागार को बैठक के लिए किराए पर देने का भी प्रस्ताव रखा गया। जिसका किराया प्रतिदिन 21 हजार रुपए तय किया गया है। इसके साथ ही जिला परिषद परिसर में बारिश के पानी को सहेजने के लिए 2 लाख रुपए की लागत से टांका बनाने, बरणगांव और नारायणपुरा ग्राम पंचायत के भवन निर्माण के लिए 20-20 लाख रुपए की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति जारी करने, मनरेगा की पूरक वार्षिक कार्य योजना, अनुबंध पर लगे कर्मचारियों का अनुबंध बढ़ाने और मानदेय भुगतान और डांगावास ग्राम पंचायत के जर्जर विध्यालय भवन को गिराने और राजलिया में भवन निर्माण के लिए पट्टा जारी करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई।


Conclusion:बैठक से पहले सरकारी उप सचेतक महेंद्र चौधरी, जिला प्रमुख सुनीता चौधरी, कलेक्टर दिनेश कुमार यादव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने सभागार का फीता काटकर लोकार्पण किया। जिला परिषद की बैठक में पंचायत समितियों के प्रधान और जिला परिषद सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं बताई और उनके निस्तारण के लिए सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश भी दिए गए।
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बाईट- जवाहर चौधरी, सीईओ, जिला परिषद, नागौर। (मंच से बोलते हुए)
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