नागौर. जिले के प्रसिद्ध खरनाल- मुंदियाड़ मेला, बासनी-कुम्हारी मेला और रोल के बालापीर मेला में तांगा दौड़ फिर से शुरू करवाने की मांग को लेकर तांगा दौड़ संघर्ष समिति की ओर से शनिवार को एडीएम को ज्ञापन सौंपा गया और मांग की गई कि तांगा दौड़ पर रोक मामले में जो मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, उसमें राजस्थान सरकार अच्छी तरह से पैरवी करे और तांगा दौड़ फिर से शुरू करवाए.
बता दें, इस सम्बन्ध में सरकार से अध्यादेश लाने की भी मांग की गई है. जिले के इन प्रसिद्ध मेंलो में पहले टांगा दौड़ होती थी और शहर सहित आस-पास के सभी ग्रामीण बड़ी ही उत्सुकता से भाग लेते थे. लोगों का कहना है कि यह एक सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है. लेकिन, पशु प्रेमियों से सम्बन्धित एक एनजीओ के विरोध के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में चला गया है. लेकिन, एक बार फिर से यह मामला जोर पकड़ रहा है.
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संघर्ष समिति से जुड़े लोगों का कहना है कि यदि सरकार ने उनकी मांग को गंभीरता से नहीं लिया तो 19 अगस्त को नागौर में आन्दोलन भी किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि तांगा दौड़ नागौर के लोगों की आस्था और सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है. लोगों की मांग है कि जब तमिलनाडु में अध्यादेश लाकर जल्लीकट्टू करवाया जा सकता है, तो नागौर में तांगा दौड़ भी शुरु कराया जाना चाहिए.