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नागौर कलेक्ट्रेट को मिला राजस्थान एनर्जी कंजर्वेशन अवार्ड - राजस्थान एनर्जी कंजर्वेशन अवार्ड

नागौर जिला कलक्ट्रेट कार्यालय को अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने पर राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की ओर से राजस्थान एनर्जी कंजर्वेशन अवार्ड (रेका) दिया गया है. यह पुरस्कार राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर व राज्य ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव की ओर से जारी किया गया है.

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नागौर कलेक्ट्रेट को मिला राजस्थान एनर्जी कंजर्वेशन अवार्ड
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Published : Mar 12, 2021, 5:16 PM IST

नागौर. सोलर प्लांट लगाकर ग्रीन बिल्डिंग के रूप में विकसित करने वाले नागौर जिला कलेक्टर डॉ. जीतेंद्र सोनी के नवाचार को पूरे प्रदेश में रोल मॉडल माना गया है. जिसपर नागौर जिला कलक्ट्रेट कार्यालय को अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने पर राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की ओर से राजस्थान एनर्जी कंजर्वेशन अवार्ड (रेका) दिया गया है.

यह पुरस्कार राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डाॅ. सुबोध अग्रवाल और राज्य ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार की ओर से जारी किया गया है. गौरव की बात यह है कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डाॅ. सुबोध अग्रवाल ने राजस्थान एनर्जी कंजर्वेशन अवार्ड का प्रशस्ति पत्र जिला कलक्टर डाॅ. जितेंद्र कुमार सोनी को कलेक्ट्रेट कार्यालय नागौर में प्रदान किया गया.

पढ़ें: पढ़ें- CM गहलोत ने प्रतीकात्मक दांडी मार्च को दिखाई हरी झंडी, सुनिये क्या कहा

बता दें कि सूरज के ताप से बनी बिजली से हमारा राज्य विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. इसी राह पर चलते हुए नागौर में जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने पहल की और कलेक्ट्रेट बिल्डिंग पर अक्टूबर 2020 में 50 किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट लगवा इसे ग्रीन बिल्डिंग के रूप में विकसित किया.

बता दें कि कलक्ट्रेट कार्यालय पर लगे इस सोलर प्लांट से हर माह करीब छह हजार यूनिट पैदा हो रही है. इस हिसाब से प्रतिवर्ष करीब 72 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन होगा. इस सोलर प्लांट के लगने से अब नागौर कलेक्ट्रेट कार्यालय को बिजली के पेटे दी जाने वाली सात लाख रुपए की राशि की बचत होगी.

इस मौके पर राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के परियोजना प्रबंधक आर.बी.सिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी व खींवसर के उपखंड अधिकारी राजकेश मीणा भी मौजूद रहे.

नागौर. सोलर प्लांट लगाकर ग्रीन बिल्डिंग के रूप में विकसित करने वाले नागौर जिला कलेक्टर डॉ. जीतेंद्र सोनी के नवाचार को पूरे प्रदेश में रोल मॉडल माना गया है. जिसपर नागौर जिला कलक्ट्रेट कार्यालय को अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने पर राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम की ओर से राजस्थान एनर्जी कंजर्वेशन अवार्ड (रेका) दिया गया है.

यह पुरस्कार राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डाॅ. सुबोध अग्रवाल और राज्य ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव दिनेश कुमार की ओर से जारी किया गया है. गौरव की बात यह है कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डाॅ. सुबोध अग्रवाल ने राजस्थान एनर्जी कंजर्वेशन अवार्ड का प्रशस्ति पत्र जिला कलक्टर डाॅ. जितेंद्र कुमार सोनी को कलेक्ट्रेट कार्यालय नागौर में प्रदान किया गया.

पढ़ें: पढ़ें- CM गहलोत ने प्रतीकात्मक दांडी मार्च को दिखाई हरी झंडी, सुनिये क्या कहा

बता दें कि सूरज के ताप से बनी बिजली से हमारा राज्य विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. इसी राह पर चलते हुए नागौर में जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने पहल की और कलेक्ट्रेट बिल्डिंग पर अक्टूबर 2020 में 50 किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट लगवा इसे ग्रीन बिल्डिंग के रूप में विकसित किया.

बता दें कि कलक्ट्रेट कार्यालय पर लगे इस सोलर प्लांट से हर माह करीब छह हजार यूनिट पैदा हो रही है. इस हिसाब से प्रतिवर्ष करीब 72 हजार यूनिट बिजली का उत्पादन होगा. इस सोलर प्लांट के लगने से अब नागौर कलेक्ट्रेट कार्यालय को बिजली के पेटे दी जाने वाली सात लाख रुपए की राशि की बचत होगी.

इस मौके पर राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के परियोजना प्रबंधक आर.बी.सिंह, अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी व खींवसर के उपखंड अधिकारी राजकेश मीणा भी मौजूद रहे.

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