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नागौर में लावारिस मिली बच्ची रातों-रात बन गई ट्विटर गर्ल, नाम मिला 'पीहू', केंद्रीय मंत्री ने ली स्वास्थ्य की जानकारी

जन्म के कुछ ही समय बाद अपने मां के आंचल की बजाए कचरे के ढेर में मिली नवजात आज लोगों की चहेती बन गई है. ट्विटर पर इसका जमकर वीडियो वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर प्यार से लोग इसे पीहू के नाम से बुला रहे हैं. वहीं उसके जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामनाएं भी की जा रही हैं. इतना ही नहीं इस बच्ची के स्वास्थ्य को लेकर केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने नागौर के डॉ. आरके सुथार को फोन कर इस बच्ची के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. इसके साथ ही उस बच्ची के समुचित व बेहतर उपचार के निर्देश भी दिए है.

ट्विटर पर छाई नागौर की पीहू
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Published : Jun 15, 2019, 4:10 PM IST

नागौर. पांच दिन पहले जायल तहसील के बरनेल गांव में कचरे के ढेर में मिली लावारिस नवजात बच्ची रातों-रात ट्विटर गर्ल बन गई हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने नागौर के डॉ. आरके सुथार को फोन कर इस बच्ची की तबीयत के बारे में जानकारी ली है. वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग इसके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं. दरअसल, बरनेल गांव में 11 जून को कचरे के ढेर में यह नवजात मिली थी. उसके बाद उसे नागौर के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल की महिला विंग में भर्ती करवाया गया.

ट्विटर पर छाई नागौर की पीहू

इसकी जानकारी जब वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी को मिली तो उन्होंने इस बच्ची को गोद लेने की मंशा जाहिर की. उन्होंने बच्ची का वीडियो भी ट्विटर पर अपलोड किया है. इसके बाद से इसका वीडियो अलग-अलग हैंडल से ट्विटर पर अपलोड किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर प्यार से लोग इसे पीहू बुला रहे हैं.

राजकीय जवाहर लाल नेहरू अस्पताल की महिला विंग के प्रभारी डॉ. आरके सुथार ने बताया कि 11 जून को एक नवजात बरनेल गांव में लावारिस हालात में मिली थी. ग्रामीणों ने उसे जायल राजकीय अस्पताल पहुंचाया. जहां से 12 जून को उसे नागौर के लिए रैफर कर दिया गया था. यहां उसे महिला विंग की गहन जांच इकाई में रखा गया है.

सोशल मीडिया के माध्यम से जब वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी को इस बच्ची के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने डॉ. सुथार से फोन पर बात की और बच्ची को गोद लेने की मंशा जाहिर की. उन्होंने इसे पीहू नाम दिया है और इसी नाम से वे बच्ची के वीडियो भी ट्विटर पर अपलोड कर रहे हैं. डॉ. सुथार ने बताया कि शनिवार सुबह उनके पास केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का फोन भी आया. उन्होंने बच्ची की तबीयत के बारे में जानकारी ली और समुचित उपचार के भी निर्देश दिए हैं.

अस्पताल में 'पीहू' की देखभाल कर रहे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मूलाराम कड़ेला का कहना है कि फिलहाल उसकी हालत स्थिर बनी हुई है. बीच-बीच में उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है और हल्का सा पीलिया भी है. उनका कहना है कि यह बच्ची समय से पहले पैदा हुई है. जिसे उसके परिजन छोड़ गए थे. अस्पताल स्टाफ के सभी कर्मचारी इस बच्ची को उपचार और दुलार दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी लोग इसके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं.

नागौर. पांच दिन पहले जायल तहसील के बरनेल गांव में कचरे के ढेर में मिली लावारिस नवजात बच्ची रातों-रात ट्विटर गर्ल बन गई हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने नागौर के डॉ. आरके सुथार को फोन कर इस बच्ची की तबीयत के बारे में जानकारी ली है. वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग इसके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं. दरअसल, बरनेल गांव में 11 जून को कचरे के ढेर में यह नवजात मिली थी. उसके बाद उसे नागौर के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल की महिला विंग में भर्ती करवाया गया.

ट्विटर पर छाई नागौर की पीहू

इसकी जानकारी जब वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी को मिली तो उन्होंने इस बच्ची को गोद लेने की मंशा जाहिर की. उन्होंने बच्ची का वीडियो भी ट्विटर पर अपलोड किया है. इसके बाद से इसका वीडियो अलग-अलग हैंडल से ट्विटर पर अपलोड किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर प्यार से लोग इसे पीहू बुला रहे हैं.

राजकीय जवाहर लाल नेहरू अस्पताल की महिला विंग के प्रभारी डॉ. आरके सुथार ने बताया कि 11 जून को एक नवजात बरनेल गांव में लावारिस हालात में मिली थी. ग्रामीणों ने उसे जायल राजकीय अस्पताल पहुंचाया. जहां से 12 जून को उसे नागौर के लिए रैफर कर दिया गया था. यहां उसे महिला विंग की गहन जांच इकाई में रखा गया है.

सोशल मीडिया के माध्यम से जब वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी को इस बच्ची के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने डॉ. सुथार से फोन पर बात की और बच्ची को गोद लेने की मंशा जाहिर की. उन्होंने इसे पीहू नाम दिया है और इसी नाम से वे बच्ची के वीडियो भी ट्विटर पर अपलोड कर रहे हैं. डॉ. सुथार ने बताया कि शनिवार सुबह उनके पास केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन का फोन भी आया. उन्होंने बच्ची की तबीयत के बारे में जानकारी ली और समुचित उपचार के भी निर्देश दिए हैं.

अस्पताल में 'पीहू' की देखभाल कर रहे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मूलाराम कड़ेला का कहना है कि फिलहाल उसकी हालत स्थिर बनी हुई है. बीच-बीच में उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है और हल्का सा पीलिया भी है. उनका कहना है कि यह बच्ची समय से पहले पैदा हुई है. जिसे उसके परिजन छोड़ गए थे. अस्पताल स्टाफ के सभी कर्मचारी इस बच्ची को उपचार और दुलार दे रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी लोग इसके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं.

Intro:नागौर. पांच दिन पहले जायल तहसील के बरनेल गांव में कचरे के ढेर में मिली लावारिस नवजात बच्ची रातों रात ट्विटर गर्ल बन गई है। केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने नागौर के डॉक्टर आरके सुथार को फोन कर इस बच्ची की तबीयत के बारे में जानकारी ली है। सोशल मीडिया पर भी लोग इसके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।


Body:दरअसल, बरनेल गांव में 11 जून को कचरे के ढेर में यह नवजात मिली थी। उसके बाद उसे नागौर के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल की महिला विंग में भर्ती करवाया गया। इसकी जानकारी जब वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी को मिली तो उन्होंने इस बच्ची को गोद लेने की मंशा जाहिर की। उन्होंने बच्ची का वीडियो भी ट्विटर पर अपलोड किया। इसके बाद से इसका वीडियो अलग-अलग हैंडल से ट्विटर पर अपलोड किया जा रहा है। इसे सोशल मीडिया पर प्यार से लोग पीहू बुला रहे हैं। राजकीय जवाहर लाल नेहरू अस्पताल की महिला विंग के प्रभारी डॉ. आरके सुथार ने बताया कि 11 जून को एक नवजात बरनेल गांव में लावारिस हालात में मिली थी। ग्रामीणों ने उसे जायल राजकीय अस्पताल पहुंचाया। जहां से 12 जून को उसे नागौर रैफर कर दिया गया। यहां उसे महिला विंग की गहन जांच इकाई में रखा गया है। सोशल मीडिया के माध्यम से जब वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी को इस बच्ची के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने डॉ. सुथार से फोन पर बात की और बच्ची को गोद लेने की मंशा जाहिर की। उन्होंने इसे पीहू नाम दिया है और इसी नाम से वे बच्ची के वीडियो भी ट्विटर पर अपलोड कर रहे हैं। डॉ. सुथार ने बताया कि शनिवार सुबह उनके पास केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन का फोन भी आया। उन्होंने बच्ची की तबीयत के बारे में जानकारी ली और समुचित उपचार के भी निर्देश दिए हैं।


Conclusion:अस्पताल में 'पीहू' की देखभाल कर रहे बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मूलाराम कड़ेला का कहना है कि फिलहाल उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। बीच-बीच में उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है और हल्का सा पीलिया भी है। उनका कहना है कि यह बच्ची समय से पहले पैदा हुई है। जिसे उसके परिजन छोड़ गए थे। अस्पताल स्टाफ के सभी कर्मचारी इस बच्ची को उपचार और दुलार दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग इसके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। .... बाइट 1- डॉ. आरके सुथार, प्रभारी, महिला विंग, जेएलएन अस्पताल। बाइट 2 - डॉ. मूलाराम कड़ेला, बाल रोग विशेषज्ञ, जेएलएन अस्पताल।
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