नागौर. जिले में आनंदपाल गैंग, राजू ठेठ गैंग सहित कई और हार्डकोर अपराधियों के कई मुकदमे विचाराधीन है. जिनकी पेशी नागौर जिले के विभिन्न कोर्ट में होती है. लेकिन मुकदमें को लंबा खींचने के लिए ज्यादार अपराधी ट्रायर पर उपस्थित नहीं होते है.
नागौर जिला पुलिस ने केस ऑफिसर स्कीम के तहत ऐसे में कई मुकदमों को चयनित कर रखा है. जिनका इस स्कीम के तहत जल्द से जल्द निपटारा हो सके. लेकिन हार्डकोर क्रिमिनलों के पेशियों के दौरान ट्रायल पर नहीं आने से यह मुकदमे लंबे खींचते जा रहे हैं.
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. विकास पाठक ने गुरुवार को जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ क्राइम समीक्षा बैठक ली. जहां पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में कई मामलों को केस ऑफिसर स्कीम के तहत चयनित किया गया है और पुलिस की कोशिश है कि इन मामलों में पीड़ित को जल्द से जल्द न्याय मिले.
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लेकिन हार्डकोर अपराधियों के पेश नहीं होने के चलते कोर्ट से तारीख पर तारीख मिलती जा रही है. इस चर्चा के दौरान नागौर एसपी विकास पाठक ने अपने जिले भर के अधिकारियों से कहा कि वह इन मामलों को लेकर संबंधित न्यायालय के न्यायाधीश से भी मुलाकात करेंगे.
एसपी ने कहा कि कोशिश की जाएगी कि जिन 122 मामलों को केस ऑफिसर स्कीम के तहत चयनित किया गया है. उनमें 18 हार्डकोर अपराधियों की पेशी किसी भी तरह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के तहत हो सके. वहीं, क्राइम बैठक के दौरान एएसपी नागौर राम कुमार, एएसपी डीडवाना नितेश आर्य के साथ जिलेभर के वृत्ताधिकारी और थाना अधिकारी मौजूद रहे.