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नागौर में बारिश के साइड इफेक्ट: तहसीलदार ट्रैक्टर से पहुंचे जायजा लेने, लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील

कभी-कभी हद से ज्यादा बारिश भी परेशानी का सबब बन जाती है. नागौर में लगातार हो रही बारिश से जिले के कई हिस्सों में आमजन को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. इस बीच रविवार को कई जगहों पर बारिश नहीं हुई जिससे लोगों के साथ प्रशासन ने भी राहत की सांस ली.

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Published : Aug 18, 2019, 8:54 PM IST

नागौर. जिले में शुक्रवार और शनिवार को हुई मूसलाधार बारिश के असर रविवार को भी दिखने को मिले. हालांकि, रविवार को अधिकांश हिस्सों में बारिश नहीं होने से लोगों के साथ ही प्रशासन ने भी राहत की सांस ली, लेकिन मेड़ता सिटी इलाके के आकेली ए गांव में आसपास के इलाकों से पानी की आवक जारी है. इससे प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं. तहसीलदार जायजा लेने ट्रैक्टर से गांव के बीच पहुंचे.

तहसीलदार ट्रैक्टर से पहुंचे जायजा लेने

जिले के अधिकांश इलाकों में शुक्रवार और शनिवार को हुई भारी बारिश का असर रविवार को भी दिखा. खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में जनजीवन अभी भी सामान्य नहीं हो पाया है. इधर, मेड़ता सिटी के आकेली ए गांव में आसपास के इलाकों से पानी की आवक जारी है. इससे प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं.

पढ़ें: जयपुर : लगातार बारिश से बढ़ा मौसमी बीमारियों का खतरा

आसपास के इलाकों की तुलना में आकेली ए गांव ढलान में है. ऐसे में गांव के रास्तों पर रविवार को भी पानी भरा रहा. खेत खलिहान पानी में डूब गए हैं. मेड़ता सिटी तहसीलदार जब हालात का जायजा लेने पहुंचे तो उन्हें भी ट्रैक्टर से गांव के बीच पहुंचना पड़ा. तहसीलदार विशनाराम देवड़ा का कहना है कि इस गांव की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि चारों तरफ से यहां पानी आ रहा है. ऐसे में लोगों से कच्चे घरों में नहीं रहने, पानी भराव वाले स्थानों पर नहीं जाने और ज्यादा जल भराव की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील भी की गई है.

पढ़ें: जयपुर के तर्ज पर अब इन जिलों में भी चलेगी लो फ्लोर बसें

तहसीलदार देवड़ा का कहना है कि इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए सरकार को पहले से ही प्रस्ताव भिजवाया गया है. लेकिन वर्तमान हालात में जान-माल की सुरक्षा सबसे अहम है. ऐसे में ग्रामीणों को रहने के लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षित स्थान मुहैया करवाया जाएगा.

नागौर. जिले में शुक्रवार और शनिवार को हुई मूसलाधार बारिश के असर रविवार को भी दिखने को मिले. हालांकि, रविवार को अधिकांश हिस्सों में बारिश नहीं होने से लोगों के साथ ही प्रशासन ने भी राहत की सांस ली, लेकिन मेड़ता सिटी इलाके के आकेली ए गांव में आसपास के इलाकों से पानी की आवक जारी है. इससे प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं. तहसीलदार जायजा लेने ट्रैक्टर से गांव के बीच पहुंचे.

तहसीलदार ट्रैक्टर से पहुंचे जायजा लेने

जिले के अधिकांश इलाकों में शुक्रवार और शनिवार को हुई भारी बारिश का असर रविवार को भी दिखा. खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में जनजीवन अभी भी सामान्य नहीं हो पाया है. इधर, मेड़ता सिटी के आकेली ए गांव में आसपास के इलाकों से पानी की आवक जारी है. इससे प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं.

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आसपास के इलाकों की तुलना में आकेली ए गांव ढलान में है. ऐसे में गांव के रास्तों पर रविवार को भी पानी भरा रहा. खेत खलिहान पानी में डूब गए हैं. मेड़ता सिटी तहसीलदार जब हालात का जायजा लेने पहुंचे तो उन्हें भी ट्रैक्टर से गांव के बीच पहुंचना पड़ा. तहसीलदार विशनाराम देवड़ा का कहना है कि इस गांव की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि चारों तरफ से यहां पानी आ रहा है. ऐसे में लोगों से कच्चे घरों में नहीं रहने, पानी भराव वाले स्थानों पर नहीं जाने और ज्यादा जल भराव की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील भी की गई है.

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तहसीलदार देवड़ा का कहना है कि इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए सरकार को पहले से ही प्रस्ताव भिजवाया गया है. लेकिन वर्तमान हालात में जान-माल की सुरक्षा सबसे अहम है. ऐसे में ग्रामीणों को रहने के लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षित स्थान मुहैया करवाया जाएगा.

Intro:नागौर जिले में शुक्रवार और शनिवार को हुई मूसलाधार बारिश के साइड इफेक्ट रविवार को भी दिखे। हालांकि, रविवार को अधिकांश हिस्सों में बारिश नहीं होने से लोगों के साथ ही प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। लेकिन मेड़ता सिटी इलाके के आकेली ए गांव में आसपास के इलाकों से पानी की आवक जारी है। इससे प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। तहसीलदार जायजा लेने ट्रैक्टर से गांव के बीच पहुंचे।Body:नागौर. जिले के अधिकांश इलाकों में शुक्रवार और शनिवार को हुई भारी बारिश का असर रविवार को भी दिखा। खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में जनजीवन अभी भी सामान्य नहीं हो पाया है। इधर, मेड़ता सिटी के आकेली ए गांव में आसपास के इलाकों से पानी की आवक जारी है। इससे प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं।
आसपास के इलाकों की तुलना में आकेली ए गांव ढलान में है। ऐसे में गांव के रास्तों पर रविवार को भी पानी भरा रहा। खेत खलिहान पानी में डूब गए हैं। मेड़ता सिटी तहसीलदार जब हालात का जायजा लेने पहुंचे तो उन्हें भी ट्रैक्टर से गांव के बीच पहुंचना पड़ा। तहसीलदार विशनाराम देवड़ा का कहना है कि इस गांव की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि चारों तरफ से यहां पानी आ रहा है। ऐसे में लोगों से कच्चे घरों में नहीं रहने, पानी भराव वाले स्थानों पर नहीं जाने और ज्यादा जल भराव की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील भी की गई है।Conclusion:तहसीलदार देवड़ा का कहना है कि इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए सरकार को पहले से ही प्रस्ताव भिजवाया गया है। लेकिन वर्तमान हालात में जान-माल की सुरक्षा सबसे अहम है। ऐसे में ग्रामीणों को रहने के लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षित स्थान मुहैया करवाया जाएगा।
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बाइट- विशनाराम देवड़ा, तहसीलदार, मेड़ता सिटी।
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