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अनाथ बच्ची को नागौर पुलिस ने गोद लिया

कुछ दिनों पहले एक सड़क दुर्घटना में एक ही परिवार के सभी लोगों की मौत हो गई थी. हादसे में केवल 5 साल की बच्ची बच पाई. लेकिन वो भी गंभीर घायल हो गई थी. जिसके बाद नागौर पुलिस ने मानवीय कदम उठाते हुए बच्ची को गोद लिया है.

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अनाथ बच्ची को नागौर पुलिस ने गोद लिया
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Published : Mar 27, 2021, 5:57 PM IST

नागौर. जिले के खुनखुना थाना इलाके तोषिणा स्टेट हाईवे पर हुई दुर्घटना में माता-पिता व भाई बहन की मौत होने पर परिवार की एकमात्र घायल अनाथ बच्ची को नागौर पुलिस ने गोद लिया है. पुलिस अधीक्षक श्वेता धनखड़ की पहल पर अब बालिका का संरक्षण नागौर पुलिस करेगी और सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से घायल बालिका व बालिका के संरक्षक को लाभान्वित भी किया जाना प्रस्तावित है. जिला कलेक्टर नागौर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने घायल बालिका व संरक्षकों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक दिया है.

पढ़ें: दो मासूम बच्चों के साथ कुएं में कूदी मां, ग्रामीणों ने बच्चों को बचाया, लेकिन महिला की मौत

खुनखुना थाना इलाके में 23 मार्च को सरहद तोषिणा स्टेट हाई पर निजी बस चालक से टक्कर में एक ही परिवार के मुखिया बजरंग लाल उसकी पत्नी तारू देवी, उनका पुत्र ठाकरिया और 9 माह की पुत्री बसंती की मृत्यु हो गई थी. परिवार में एक मात्र राजल पुत्री बजरंग लाल उम्र 5 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गई थी. जिसके शरीर पर चोटों के अलावा दोनों पैर फेक्चर हो गये. जो महिला वार्ड कुचामन में भर्ती है.

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक, नागौर श्वेता धनखड़ ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीडवाना संजय गुप्ता व अतिरिक्त जिला कलक्टर डीडवाना रिछपाल सिंह के साथ घटनास्थल का निरीक्षण कर वृत्ताधिकारी डीडवाना व थानाधिकारी खुनखुना को इस मार्मिक घटना में अविलम्ब अनुसंधान पूर्ण कर आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई के आवश्यक निर्देश दिये.

घायल कुमारी राजल बनबागरिया खानाबदोश परिवार से होने व दुर्घटना में परिजनों की मृत्यु को ध्यान में रखते हुए उसके इलाज व प्रत्येक मानवीय पहलू को ध्यान मे रखते हुए पुलिस कप्तान नागौर द्वारा हर संभव सहयोग व संरक्षण की पहल करने के निर्देश दिये गये.

जिला कलेक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी ने बच्ची के संरक्षकों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी. पुलिस अधीक्षक नागौर श्वेता धनखड़ की पहल पर घायल बालिका के संरक्षक को सरकार द्वारा संचालित निम्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाना प्रस्तावित है.

  • पालनहार योजना के तहत 18 वर्ष की आयु तक 12000 रुपये प्रतिवर्ष
  • मुख्यमंत्री पेंशन योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के संरक्षकों को 750-750 रुपये प्रतिमाह
  • खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 15 किलोग्राम गेहूं प्रतिमाह

    इसके अतिरिक्त नागौर पुलिस की पहल के फलस्वरूप घायल बालिका की सम्पूर्ण शिक्षा व शिक्षा के दौरान आवास की मुफ्त व्यवस्था टैगोर शिक्षण संस्थान कुचामन के संचालक पूर्ण सिंह रणवां वहन करेंगे. साथ ही विकास समिति कुचामन व पूर्व सरपंच नारायण राम देहड़ा ने भी हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया.

नागौर. जिले के खुनखुना थाना इलाके तोषिणा स्टेट हाईवे पर हुई दुर्घटना में माता-पिता व भाई बहन की मौत होने पर परिवार की एकमात्र घायल अनाथ बच्ची को नागौर पुलिस ने गोद लिया है. पुलिस अधीक्षक श्वेता धनखड़ की पहल पर अब बालिका का संरक्षण नागौर पुलिस करेगी और सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से घायल बालिका व बालिका के संरक्षक को लाभान्वित भी किया जाना प्रस्तावित है. जिला कलेक्टर नागौर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने घायल बालिका व संरक्षकों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक दिया है.

पढ़ें: दो मासूम बच्चों के साथ कुएं में कूदी मां, ग्रामीणों ने बच्चों को बचाया, लेकिन महिला की मौत

खुनखुना थाना इलाके में 23 मार्च को सरहद तोषिणा स्टेट हाई पर निजी बस चालक से टक्कर में एक ही परिवार के मुखिया बजरंग लाल उसकी पत्नी तारू देवी, उनका पुत्र ठाकरिया और 9 माह की पुत्री बसंती की मृत्यु हो गई थी. परिवार में एक मात्र राजल पुत्री बजरंग लाल उम्र 5 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गई थी. जिसके शरीर पर चोटों के अलावा दोनों पैर फेक्चर हो गये. जो महिला वार्ड कुचामन में भर्ती है.

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक, नागौर श्वेता धनखड़ ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीडवाना संजय गुप्ता व अतिरिक्त जिला कलक्टर डीडवाना रिछपाल सिंह के साथ घटनास्थल का निरीक्षण कर वृत्ताधिकारी डीडवाना व थानाधिकारी खुनखुना को इस मार्मिक घटना में अविलम्ब अनुसंधान पूर्ण कर आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई के आवश्यक निर्देश दिये.

घायल कुमारी राजल बनबागरिया खानाबदोश परिवार से होने व दुर्घटना में परिजनों की मृत्यु को ध्यान में रखते हुए उसके इलाज व प्रत्येक मानवीय पहलू को ध्यान मे रखते हुए पुलिस कप्तान नागौर द्वारा हर संभव सहयोग व संरक्षण की पहल करने के निर्देश दिये गये.

जिला कलेक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी ने बच्ची के संरक्षकों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी. पुलिस अधीक्षक नागौर श्वेता धनखड़ की पहल पर घायल बालिका के संरक्षक को सरकार द्वारा संचालित निम्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाना प्रस्तावित है.

  • पालनहार योजना के तहत 18 वर्ष की आयु तक 12000 रुपये प्रतिवर्ष
  • मुख्यमंत्री पेंशन योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के संरक्षकों को 750-750 रुपये प्रतिमाह
  • खाद्य सुरक्षा योजना के तहत 15 किलोग्राम गेहूं प्रतिमाह

    इसके अतिरिक्त नागौर पुलिस की पहल के फलस्वरूप घायल बालिका की सम्पूर्ण शिक्षा व शिक्षा के दौरान आवास की मुफ्त व्यवस्था टैगोर शिक्षण संस्थान कुचामन के संचालक पूर्ण सिंह रणवां वहन करेंगे. साथ ही विकास समिति कुचामन व पूर्व सरपंच नारायण राम देहड़ा ने भी हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया.
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