नागौर. कोरोना वायरस से फैलने वाली महामारी (कोविड 19) से निपटने के लिए जिले के राजकीय जेएलएन अस्पताल को (कोविड 19) डेडिकेटेड हॉस्पिटल बना दिया गया है. ऐसे में अब मामूली बीमारियों से पीड़ित मरीजों को पुराना अस्पताल सेठ श्रीवल्लभ रामदेव पित्ती अस्पताल परिसर में ही आउटडोर की सुविधा मिलनी शुरू हो गई हैं.
पहले दिन यहां डॉक्टरों ने 150 मरीजों को ओपीडी सेवा दी...
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुकुमार कश्यप ने बताया, कि पुराना अस्पताल भवन में सभी तैयारियां कर ली गई हैं. यहां मेडिकल ओपीडी संचालित करने के लिए छह चिकित्सा अधिकारियों और एक फार्मासिस्ट की ड्यूटी लगाई गई है. यहां लगाए गए स्टाफ में दो वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी और चार चिकित्सा अधिकारी स्तर के डॉक्टर हैं. इनमें तीन महिला चिकित्सा अधिकारी हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, कि पुराना अस्पताल भवन में यह सुविधा (कोविड 19) महामारी के नियंत्रित होने तक के लिए की गई है. यहां मेडिकल ओपीडी का सफलतापूर्वक संचालन हो, इसके लिए बीसीएमओ डॉ. महेंद्र सिंह मीणा को प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है.
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वहीं, बीसीएमओ डॉ. मीणा ने बताया कि पुराना अस्पताल भवन में मेडिकल ओपीडी सुबह 8:30 बजे से शुरू होगी. यहां मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना की सुविधा भी मिलेगी. उनका यह भी कहना है, कि यहां जांच की सुविधा मुहैया करवाने को लेकर भी प्रयास किए जा रहे हैं. इससे पहले सीएमएचओ डॉ. कश्यप, पीसीपीएनडीटी को-ऑर्डिनेटर सत्येंद्र पालीवाल, एनयूएचएम के डीपीएम डॉ. चंद्रसिंह शेखावत और मेलनर्स हरीश चौधरी ने यहां ओपीडी शुरू करवाने के लिए की गई तैयारियों का जायजा लिया.