नागौर. जिले की तहसीलों में भू-अभिलेख के 49 और पटवारियों के 170 पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं. जिसकी वजह से यहां आने वाले लोगों को छोटे-मोटे कार्य के लिए भी भटकना पड़ रहा है. वहीं, सब रजिस्ट्रार का भी पद लंबे समय से रिक्त होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिले में भू-अभिलेख के 165 वर्तमान में पद स्वीकृत हैं और पटवारियों के 518 पद स्वीकृत हैं.
जिले में नायब तहसीलदार और एसडीओ ऑफिस में नायब तहसीलदार के सभी पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं. जिले में कई पटवारियों भी कार्य की अधिकता से परेशान हैं. उन्हें भी दो-दो बार हल्का पटवार मंडल का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है. वर्तमान में स्थिति ऐसी बनी हुई कि एक पटवारी के पास दो या तीन पटवार मंडल का कार्यभार है. जिसकी दूरी लंबी होने के कारण पटवार मंडल पर अपनी उपस्थिति समय पर नहीं दे पा रहे हैं. साथ ही कृषि आदान अनुदान कार्य, गिरदावरी, जमाबंदी, नामांतरण नकल जारी करने के साथ आमजन को पेंशन योजना सहित सरकारी योजना के आवेदन को सत्यापित करने का कार्य करने के बोझ तले दबे हुए हैं.
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ग्रामीणों को कागजी काम को लेकर तहसील कार्यालय आना पड़ता है. राजस्व कामकाज करने के लिए चक्कर लगाने पड़ते हैं. रिक्त पदों के चलते योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन भी समय पर नहीं हो पा रहा है. साथ ही पटवारी, भू-अभिलेख, नायब तहसीलदार, तहसीलदार के पद रिक्त होने से आवंटन और आवंटन वसूली, रिकॉर्ड रखने, तरमिम से संबंधित कार्य प्रभावित हो रहे हैं.