नागौर. इंदिरा गांधी नहर का पानी आ जाने और अमृत जल योजना से जुड़ जाने के बाद भी नागौर में लोगों को पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. पेयजल संकट के चलते आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वार्ड वासियों में रोष है कि विरोध-प्रदर्शन के बाद समस्या का समाधान नहीं हो रहा है.
नागौर नगर परिषद और जलदाय विभाग के बीच आपसी सामंजस्य ना होने के कारण नियमित जल की सप्लाई नही हो पा रही है. मामले में नगर परिषद के आयुक्त श्रवणराम चौधरी ने कहा कि नागौर में इन दिनों अमृत अभियान के तहत लाइन की खुदाई की जा रही है. इसके चलते पानी की पर्याप्त सप्लाई करने में परेशानी हो रही है. साथ ही जलदाय विभाग में ज्यादातर पद खाली पड़े हैं. इस कारण पेयजल सप्लाई और मॉनिटरिंग में परेशानी का सामना करना रहा है.
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दूसरी ओर जलदाय विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शहर को पानी सप्लाई करने की जिम्मेदारी नगर परिषद के पास है. ऐसे में नगर परिषद के कार्मिकों और अधिकारियों को ठीक ढंग से पानी की सप्लाई का प्रबंध ना होने से जनता को परेशानी उठानी पड़ रही है. आमलोगों के कहना है कि उन्हें 10 दिन में 1 बार पानी मिल रहा है. वो भी पर्याप्त रूप से नहीं दी जा रही है. इसके चलते समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. इसके चलते वार्ड वासियों को मजबूरन निजी टैंकर से पानी की सप्लाई लेनी पड़ रही है.