नागौर. जिले में डोर टू डोर सर्वे करते हुए गांवों में कोरोना संक्रमण की जमीनी हकीकत जानने के लिए जिला स्तरीय, उपखंड स्तरीय और निकाय स्तरीय टीमों का गठन करके सर्वे किया जा रहा है. इस सर्वे कार्य में कई जगहों से कमियां सामने आ रही हैं.
कोविड-19 के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए डोर टू डोर सर्वे व मेडिसिन किट का वितरण किया जा रहा है. इसका भौतिक सत्यापन करने के लिए 129 अधिकारी बडे़ गावों और 44 नगरीय क्षेत्र के अधिकारी वार्डों में पहुंचे. अधिकारियों ने मेडिसिन किट वितरण के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि कई गांवों में अभी तक आशा सहयोगिनी, एएनएम की टीम ही नहीं पहुंची है.
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सर्वे कार्य की रिपोर्ट सभी अधिकारी जिला कलक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी को सौंपेंगे. जिले में जारी सर्वे कार्य की पड़ताल लगातार अधिकारी भी कर रहे हैं. विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से चल रहे पल्स ऑक्सीमीटर के जरिए ऑक्सीजन लेवल के सर्वे के संबंध में भी जिला प्रशासन की ओर से किए गए क्रॉस चेकिंग में कई कमियां सामने आई हैं. प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि सर्वे और मेडिसिन किट वितरण में लापरवाही बरतने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.