नागौर. शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर करने के लिए उदेश्य से जिला यातायात प्रबंधन समिति की बैठक बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार कक्ष में आयोजित हुई. नागौर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में जिले की सड़कों से गुजरने वाले वाहनों के लिए गति सीमा का पुन: निर्धारण और शहरी यातायात व्यवस्था में सुधार यातायात का प्रचार प्रसार के लिए चर्चा की गई.
साथ ही सड़क सुरक्षा दुर्घटना में कमी लाने हेतु असुरक्षित रोड स्ट्रेच का चिन्हीकरण राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग पर आवारा पशुओं से होने वाले सड़क हादसों की रोकथाम को लेकर चर्चा हुई और प्रत्येक पुलिस थाना में सड़क सुरक्षा अधिकारी नोडल ऑफिसर बनाने का प्रस्ताव रखा गया है. जिला कलेक्टर सोनी ने बाल वाहिनी की निरंतर चेकिंग करना और नियमों की पालना कराने के निर्देश पुलिस और परिवहन विभाग को दिए हैं.
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वहीं, परिवहन अधिकारी ओम प्रकाश ने कहा कि बाल वाहिनी की चेकिंग के दौरान अप्रैल 20- मार्च 21 तक नागौर 132 चालान और डीडवाना में 35 चालान बनाए गए. साथ ही 20-25 वर्ष पुराने वाहनों की 17 आरसी निरस्त किए गए. वहीं बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र के संचालित 660 वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है.
जिला कलेक्टर ने शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर करने, सड़क दुर्घटना में कमी लाने, सड़कों से आवारा मवेशी को हटाने, दुर्घटनाएं रोकने के लिए सख्ती दिखाने समेत कई बिंदुओं पर गहनता से चर्चा की गई. बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक स्वेता धनखड़ और नगर परिषद की सभापति मीतू बोथरा और चिकित्सा विभाग व परिवहन विभाग से जुड़े अधिकारी मौजूद रहे.