ETV Bharat / state

स्पेशलः एक SDM 'सर' की क्लास, जो बच्चों को 11 किमी दूर जाते हैं पढ़ाने

डीडवाना के उपखण्ड अधिकारी अंशुल सिंह इन दिनों स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बने हुए हैं. इसका कारण उनका 11 किमी जाकर एक सरकारी स्कूल में बच्चों के गणित का कोर्स पूरा करवाना है. शिक्षक ना होने की स्थिति में एसडीएम बच्चों को गणित पढ़ा रहे हैं.

SDM teaching maths in government school, बच्चों को पढ़ा रहें डीडवाना एसडीएम
शिक्षक बन स्कूल में पढ़ा रहें SDM
author img

By

Published : Dec 13, 2019, 12:01 PM IST

Updated : Dec 13, 2019, 12:56 PM IST

नागौर. आपने कई उपखण्ड अधिकारियों को ऑफिस में बैठकर अधिकारियों को दिशा निर्देश देते और लोगों की समस्याएं सुनते हुए देखा होगा. लेकिन क्या कभी किसी उपखण्ड अधिकारी को बच्चों को पढ़ाते देखा है? वो भी एक दो दिन नहीं बल्कि पूरे कोर्स करवाने की गारंटी के साथ. नागौर जिले में डीडवाना उपखंड के सिंघाना गांव के सरकारी स्कूल में डीडवाना एसडीएम अंशुल सिंह बच्चों को गणित पढ़ाते हैं.

शिक्षक बन स्कूल में पढ़ा रहें SDM

बता दें कि एसडीएम अंशुल सिंह डीडवाना के नजदीक गांव सिंघाना गए थे. जहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद स्कूल की व्यवस्थाओं से संतुष्ट भी हो गए. लेकिन तभी कुछ छात्र छात्राओं ने उनके सामने अपनी परेशानी रख दी. परेशानी यह कि इस स्कूल में गणित के शिक्षक का पद लंबे समय से खाली है. इसके कारण 10वीं बोर्ड के छात्र-छात्राओं का कोर्स अधूरा ही पड़ा था.

ये पढ़ेंः ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर: मिलने लगी हर्ष को मदद, इलाज के लिए जुटे साढ़े नौ लाख रुपए

11 किमी जाकर पढ़ते है एसडीएम...

इस पर एसडीएम अंशुल सिंह ने पहले तो प्रयास किया कि कोई व्यवस्था हो जाए. लेकिन जब कोई व्यवस्था नहीं हुई तो उन्होंने बच्चों को आश्वासन दिया कि उनका कोर्स वे पूरा करवाएंगे. जिसके बाद से लगातार अपने व्यस्त शेड्यूल में से समय निकाल कर वे इन बच्चों को पढ़ाने के लिए डीडवाना से 11 किमी दूर सिंघाना जाते हैं.

ये पढ़ेंः सिंगल यूज प्लास्टिक : उपयोग बंद करने की मिसाल है राजस्थान का यह गांव, देखें वीडियो

बच्चों की चिंता हुई दूर...

बता दें कि अंशुल सिंह इंजीनियरिंग के विद्यार्थी रहे हैं. इसलिए गणित पर उनकी पकड़ भी है. एसडीएम की इस पहल से छात्र छात्राएं भी खुश हैं. क्योंकि गणित का कोर्स पूरा होने को लेकर उनकी जो बड़ी चिंता थी, वह दूर हो गई है. वहीं एक आरएएस अधिकारी उन्हें पढ़ाने आते हैं. इसलिए भी उनमें पढ़ाई को लेकर अलग ही उत्साह नजर आता है.

एसडीएम की इस पहल से विद्यालय के बाकी शिक्षक भी खुश हैं. क्योंकि गणित के शिक्षक का पद रिक्त होने के कारण बोर्ड परीक्षा का परिणाम कमजोर रहने की बड़ी आशंका थी. लेकिन आरएएस अधिकारी अंशुल सिंह की इस पहल ने बच्चों और स्कूल के शिक्षकों के साथ ही विद्यार्थियों के परिजनों की भी चिंता को दूर कर दिया है.

नागौर. आपने कई उपखण्ड अधिकारियों को ऑफिस में बैठकर अधिकारियों को दिशा निर्देश देते और लोगों की समस्याएं सुनते हुए देखा होगा. लेकिन क्या कभी किसी उपखण्ड अधिकारी को बच्चों को पढ़ाते देखा है? वो भी एक दो दिन नहीं बल्कि पूरे कोर्स करवाने की गारंटी के साथ. नागौर जिले में डीडवाना उपखंड के सिंघाना गांव के सरकारी स्कूल में डीडवाना एसडीएम अंशुल सिंह बच्चों को गणित पढ़ाते हैं.

शिक्षक बन स्कूल में पढ़ा रहें SDM

बता दें कि एसडीएम अंशुल सिंह डीडवाना के नजदीक गांव सिंघाना गए थे. जहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद स्कूल की व्यवस्थाओं से संतुष्ट भी हो गए. लेकिन तभी कुछ छात्र छात्राओं ने उनके सामने अपनी परेशानी रख दी. परेशानी यह कि इस स्कूल में गणित के शिक्षक का पद लंबे समय से खाली है. इसके कारण 10वीं बोर्ड के छात्र-छात्राओं का कोर्स अधूरा ही पड़ा था.

ये पढ़ेंः ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर: मिलने लगी हर्ष को मदद, इलाज के लिए जुटे साढ़े नौ लाख रुपए

11 किमी जाकर पढ़ते है एसडीएम...

इस पर एसडीएम अंशुल सिंह ने पहले तो प्रयास किया कि कोई व्यवस्था हो जाए. लेकिन जब कोई व्यवस्था नहीं हुई तो उन्होंने बच्चों को आश्वासन दिया कि उनका कोर्स वे पूरा करवाएंगे. जिसके बाद से लगातार अपने व्यस्त शेड्यूल में से समय निकाल कर वे इन बच्चों को पढ़ाने के लिए डीडवाना से 11 किमी दूर सिंघाना जाते हैं.

ये पढ़ेंः सिंगल यूज प्लास्टिक : उपयोग बंद करने की मिसाल है राजस्थान का यह गांव, देखें वीडियो

बच्चों की चिंता हुई दूर...

बता दें कि अंशुल सिंह इंजीनियरिंग के विद्यार्थी रहे हैं. इसलिए गणित पर उनकी पकड़ भी है. एसडीएम की इस पहल से छात्र छात्राएं भी खुश हैं. क्योंकि गणित का कोर्स पूरा होने को लेकर उनकी जो बड़ी चिंता थी, वह दूर हो गई है. वहीं एक आरएएस अधिकारी उन्हें पढ़ाने आते हैं. इसलिए भी उनमें पढ़ाई को लेकर अलग ही उत्साह नजर आता है.

एसडीएम की इस पहल से विद्यालय के बाकी शिक्षक भी खुश हैं. क्योंकि गणित के शिक्षक का पद रिक्त होने के कारण बोर्ड परीक्षा का परिणाम कमजोर रहने की बड़ी आशंका थी. लेकिन आरएएस अधिकारी अंशुल सिंह की इस पहल ने बच्चों और स्कूल के शिक्षकों के साथ ही विद्यार्थियों के परिजनों की भी चिंता को दूर कर दिया है.

Intro:आपने कई उपखण्ड अधिकारियों को ऑफिस में बैठकर अधिकारियों को दिशा निर्देश देते और लोगों की समस्याएं सुनते हुए कई बार देखा होगा। लेकिन क्या कभी किसी उपखण्ड अधिकारी को बच्चों को पढ़ाते देखा है? वो भी एक दो दिन नहीं बल्कि पूरे कोर्स करवाने की गारंटी के साथ। आज हम आपको ले चलते हैं नागौर जिले में डीडवाना उपखंड के सिंघाना गांव। जहां सरकारी स्कूल में एसडीएम अंशुल सिंह बच्चों को गणित पढ़ाते हैं।Body:नागौर. डीडवाना के उपखण्ड अधिकारी अंशुल सिंह इन दिनों स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। दरअसल, एसडीएम अंशुल सिंह डीडवाना के नजदीक गांव सिंघाना गए थे। जहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद स्कूल की व्यवस्थाओं से संतुष्ट भी हो गए। लेकिन तभी कुछ छात्र छात्राओं ने उनके सामने अपनी परेशानी रख दी। परेशानी यह कि इस स्कूल में गणित के शिक्षक का पद लंबे समय से खाली है। इसके कारण10वीं बोर्ड के छात्र छात्राओं का कोर्स अधूरा ही पड़ा था। एसडीएम अंशुल सिंह ने पहले तो प्रयास किया कि कोई व्यवस्था हो जाए। लेकिन जब कोई व्यवस्था नहीं हुई तो उन्होंने बच्चों को आश्वासन दिया कि उनका कोर्स वे पूरा करवाएंगे। उसके बाद से लगातार अपने व्यस्त शेड्यूल में से समय निकाल कर वे इन बच्चों को पढ़ाने के लिए डीडवाना से 11 किमी दूर सिंघाना जाते हैं। अंशुल सिंह इंजीनियरिंग के विद्यार्थी रहे हैं। इसलिए गणित पर उनकी पकड़ भी है।Conclusion:एसडीएम अंशुल सिंह की इस पहल से छात्र छात्राएं खुश हैं। क्योंकि गणित का कोर्स पूरा होने को लेकर उनकी जो बड़ी चिंता थी। वह दूर हो गई है। वहीं, एक आरएएस अधिकारी उन्हें पढ़ाने आते हैं। इसलिए भी उनमें पढ़ाई को लेकर अलग ही उत्साह नजर आता है। एसडीएम की इस पहल से विद्यालय के बाकी शिक्षक भी खुश हैं। क्योंकि गणित के शिक्षक का पद रिक्त होने के कारण बोर्ड परीक्षा का परिणाम कमजोर रहने की बड़ी आशंका थी। लेकिन आरएएस अधिकारी अंशुल सिंह की इस पहल ने बच्चों और स्कूल के शिक्षकों के साथ ही विद्यार्थियों के परिजनों की भी चिंता को दूर कर दिया है।
........
बाईट 1- अंशुल सिंह, एसडीएम, डीडवाना।
बाईट 2- पूजा ठोलिया, छात्रा।
बाईट 3- मनोज कुमार जोया, छात्र।
बाईट 4- राजेन्द्र जानू, अध्यापक।
Last Updated : Dec 13, 2019, 12:56 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.