नागौर. आपने कई उपखण्ड अधिकारियों को ऑफिस में बैठकर अधिकारियों को दिशा निर्देश देते और लोगों की समस्याएं सुनते हुए देखा होगा. लेकिन क्या कभी किसी उपखण्ड अधिकारी को बच्चों को पढ़ाते देखा है? वो भी एक दो दिन नहीं बल्कि पूरे कोर्स करवाने की गारंटी के साथ. नागौर जिले में डीडवाना उपखंड के सिंघाना गांव के सरकारी स्कूल में डीडवाना एसडीएम अंशुल सिंह बच्चों को गणित पढ़ाते हैं.
बता दें कि एसडीएम अंशुल सिंह डीडवाना के नजदीक गांव सिंघाना गए थे. जहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद स्कूल की व्यवस्थाओं से संतुष्ट भी हो गए. लेकिन तभी कुछ छात्र छात्राओं ने उनके सामने अपनी परेशानी रख दी. परेशानी यह कि इस स्कूल में गणित के शिक्षक का पद लंबे समय से खाली है. इसके कारण 10वीं बोर्ड के छात्र-छात्राओं का कोर्स अधूरा ही पड़ा था.
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11 किमी जाकर पढ़ते है एसडीएम...
इस पर एसडीएम अंशुल सिंह ने पहले तो प्रयास किया कि कोई व्यवस्था हो जाए. लेकिन जब कोई व्यवस्था नहीं हुई तो उन्होंने बच्चों को आश्वासन दिया कि उनका कोर्स वे पूरा करवाएंगे. जिसके बाद से लगातार अपने व्यस्त शेड्यूल में से समय निकाल कर वे इन बच्चों को पढ़ाने के लिए डीडवाना से 11 किमी दूर सिंघाना जाते हैं.
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बच्चों की चिंता हुई दूर...
बता दें कि अंशुल सिंह इंजीनियरिंग के विद्यार्थी रहे हैं. इसलिए गणित पर उनकी पकड़ भी है. एसडीएम की इस पहल से छात्र छात्राएं भी खुश हैं. क्योंकि गणित का कोर्स पूरा होने को लेकर उनकी जो बड़ी चिंता थी, वह दूर हो गई है. वहीं एक आरएएस अधिकारी उन्हें पढ़ाने आते हैं. इसलिए भी उनमें पढ़ाई को लेकर अलग ही उत्साह नजर आता है.
एसडीएम की इस पहल से विद्यालय के बाकी शिक्षक भी खुश हैं. क्योंकि गणित के शिक्षक का पद रिक्त होने के कारण बोर्ड परीक्षा का परिणाम कमजोर रहने की बड़ी आशंका थी. लेकिन आरएएस अधिकारी अंशुल सिंह की इस पहल ने बच्चों और स्कूल के शिक्षकों के साथ ही विद्यार्थियों के परिजनों की भी चिंता को दूर कर दिया है.