मकराना (नागौर). मकराना में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए जा रहे प्रयासों में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से नगर परिषद कार्यालय में पार्षदों ने बैठक की. बैठक में मकराना उपखंड अधिकारी सैयद सिराज अली जैदी, नगर परिषद के उपसभापति अब्दुल सलाम भाटी, आयुक्त संतलाल मक्कड़, स्वास्थ्य विभाग नागौर के अधिकारी डॉक्टर शौकत अली और ब्लॉक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मकराना डॉ. नरेंद्र चौधरी सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे.
बैठक को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेंद्र चौधरी ने कहा कि कोरोना की रोकथाम को लेकर लगातार संदिग्ध लोगों की जांच किए जाने का कार्य किया जा रहा है. अब वार्ड वार कोरोना की जांच की जाएगी. इस कार्य में नगर परिषद के पार्षदों का सहयोग जरूरी है. बैठक में मौजूद पार्षद मोहम्मद असलम चौधरी ने कहा कि शहर में अन्य प्रकार की बीमारियां फैल रही हैं. इन बीमारियों के उपचार को लेकर स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों ने लोगों के स्वास्थ्य की जांच सही तरीके से नहीं कर रहे हैं, जिसकी वजह से अनेक प्रकार की बीमारियां मकराना क्षेत्र में अमरबेल की तरह बढ़ती जा रही हैं. इन बीमारियों की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग को कारगर कदम उठाने की जरूरत है. जब स्वास्थ्य विभाग शहर वासियों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नहीं है तो फिर जनप्रतिनिधियों की ओर से सहयोग की अपेक्षा करना बेमानी होगा.
यह भी पढ़ेंः नागौर में कोरोना का कहर जारी...बिते 24 घंटों में सामने आए 49 संक्रमित मरीज
स्वास्थ्य विभाग शहर में बढ़ती अन्य बीमारियों की रोकथाम के लिए सहयोग करेगा तो निश्चित तौर पर नगर परिषद क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी इसमें सहयोग करेंगे. वहीं मकराना नगर परिषद की सभापति समरीन भाटी ने उपस्थित पार्षदों से आह्वान किया कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर जांच का दायरा बढ़ाने का कार्य कर रहा है. विभाग के इन प्रयासों के सफल आयोजन के लिए नगर परिषद की ओर से हरसंभव सहयोग किया जाएगा. परिषद के पार्षद भी इसमें भाग लेकर अधिक से अधिक लोगों की जांच करवाएंगे.
इसी प्रकार मकराना उपखंड अधिकारी सैयद सिराज अली जैदी ने कोरोना की रोकथाम को लेकर प्रशासन की ओर से किए गए कार्यों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिन लोगों की जांच हो गई है, वे लोग जांच रिपोर्ट आने तक अपने घरों में रहें, जांच रिपोर्ट आने से पहले अगर कोई बाहर घूमता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ 10 हजार की राशि का जुर्माना लगाया जाएगा. साथ ही मुकदमा भी दर्ज करवाया जा सकता है.