कुचामनसिटी. वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश और अतिरिक्त न्यायिक मजिस्ट्रेट नीलम मीणा ने एक मामले में बड़ा फैसला सुनाते हुए गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के भाई और हार्डकोर अपराधी रूपेंद्रपाल सिंह उर्फ विक्की और उसके चाचा दामोदर सिंह को दो-दो साल की सजा सुनाई है, साथ ही दोनों पर 2100 रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
आपको बता दें कि मामला साल 2017 का है, डीडवाना में राजकार्य में बाधा डालने और तत्कालीन पुलिस उप अधीक्षक आईपीएस दीपक यादव से बदसलूकी के मामले में शनिवार को गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह केे भाई रुपेंद्रपाल सिंह और उसके चाचा दामोदर सिंह को पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच डीडवाना के एसीजेएम न्यायालय में पेश किया गया.
दोनों को कड़ी सुरक्षा में लाया गया कोर्ट : पेशी के लिए विक्की को दौसा की हाई सिक्योरिटी जेल से और दामोदर सिंह को अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल से पुलिस की कड़ी सुरक्षा में बख्तरबंद गाड़ियों में लाया गया और न्यायाधीश नीलम मीणा के समक्ष पेश किया गया. इस दौरान कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए मुख्य आरोपी रूपेंद्रपाल सिंह और दामोदर सिंह को दोषी करार देते हुए दोनों को दो-दो साल के कारावास की सजा सुनाई.
मुस्तैद रही पुलिस : राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद पुलिस बेहद सतर्क नजर आई और पेशी पर पुलिस का कड़ा सुरक्षा बंदोबस्त देखा गया. कोर्ट परिसर में पुलिस के कमांडो और जवान तैनात किए गए थे. रूपेंद्रपाल सिंह की सुरक्षा में भी कमांडो तैनात किए गए थे, इसके अलावा कोर्ट के चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात रहे और हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी गई.