नागौर. अलवर में दलित महिला से गैंगरेप के मामले में राजनीतिक माहौल गरमा गया है. नागौर लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी व आरएलपी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल ने इस मामले में सीधा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डीजीपी पर निशाना साधा है.
दरअसल, अलवर में गैंगरेप की घटना ने प्रदेश को हिलाकर रख दिया है. यहां थानागाजी इलाके में एक महिला से उसके पति के सामने 3 घंटे तक बलात्कार किया गया. इस दौरान आरोपियों ने इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी की. वहीं विरोध करने पर दरिंदों ने महिला और उसके पति के साथ मारपीट भी की. पुलिस के अनुसार मामले में सभी आरोपी ट्रक ड्राइवर और हेल्पर हैं. जिन्होंने पीड़िता को अब ब्लैकमेल करना भी शुरू कर दिया है. मामला तूल पकड़ने के बाद अब तक अलवर जिला एसपी को एपीओ, थानगाजी थाने के एसएचओ को निलंबित, एक एएसआई और तीन कान्सेटबल को लाइन हाजिर किया जा चुका है.
इस मामले पर एनडीए प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल ने प्रतिक्रिया देते हुए सीएमओ और डीजीपी के इशारे पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है. उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत आरोप लगाते हुए कहा है कि दलित वोट के लिए सीएम ने राजधर्म को भुला दिया है. बेनीवाल ने कहा कि एक तरफ अशोक गहलोत सुशासन की बात करते हैं. वहीं अलवर के थानागाजी में दलित महिला के साथ हुई गैंगरेप की घटना झकझोर देने वाली है.
बेनीवाल ने आरोप लगाया कि बड़े नेताओं और सीएमओ के इशारे पर डीजीपी ने इस गंभीर मामले को दबाया था. बेनीवाल ने तत्काल प्रभाव से डजीपी को हटाए जाने और मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा है कि इस मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए. वहीं बेनीवाल ने कहा कि अगर मामले में निष्पक्ष कार्रवाई नहीं होती है तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा.