नागौर. अजमेर संभागीय आयुक्त आरुषि मलिक ने गुरुवार को नागौर जिले का दौरा किया. उनके नागौर पहुंचने पर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी, एसपी श्वेता धनखड़ और अतिरिक्त संभागीय आयुक्त सत्तार खान ने सर्किट हाउस में उनका स्वागत किया. यहां उन्होंने मेड़ता और मुंडवा पंचायत समिति का निरीक्षण किया. साथ ही नागौर कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को लेकर समीक्षा की.
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कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में हुई बैठक में संभागीय आयुक्त ने संपर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का जल्द से जल्द निस्तारण करने के निर्देश जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी को दिए. साथ ही जिले में सबसे ज्यादा शिकायत वाले विभाग की भी जानकारी ली. संभागीय आयुक्त ने बैठक के दौरान सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं का लाभ हर गरीब व्यक्ति को मिले, इसके लिए धरातल पर त्वरित कार्रवाई की जाए. बैठक में संभागीय आयुक्त ने कोरोना से बचाव के लिए जन-जागरूकता अभियान पर जोर देने के निर्देश दिए. साथ ही सरकारी अस्पतालों में हर मरीज का इलाज सुनिश्चित किए जाने के लिए भी कहा.
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इसके अलावा संभागीय आयुक्त आरुषि मलिक ने जिले के समस्त एसडीएम और तहसीलदार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राजस्व प्रकरणों की वर्तमान स्थिति और टिड्डी दलों से किसानों को हुए नुकसान के आकलन की रिपोर्ट पर विस्तार से चर्चा की. वहीं, पहली बार नागौर पहुंचने पर अजमेर संभागीय आयुक्त आरुषि मलिक का नागौर के जाट समाज की ओर से भी स्वागत किया गया.
इस दौरान संभागीय आयुक्त आरुषि मलिक ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि नागौर जिले के सभी पंचायतों में मनरेगा कार्य योजना के तहत 1000 कार्यों की स्वीकृति देने के निर्देश भी दिए गए गए हैं. साथ ही टिड्डी हमले में हुए किसानों के नुकसान का सही आकलन और गिरदावरी करने के निर्देश भी दिए गए हैं.