मकराना (नागौर). कस्बे में पेयजल की गुणवत्ता की जांच को लेकर ठीमें गठित की गई हैं, जिनके जांच कार्यों का जायजा लेने गुरुवार को जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता गोपीचंद वर्मा स्वयं शहर के विभिन्न क्षेत्रों के दौरे पर रहे. उनके साथ जलदाय विभाग के सहायक अभियंता देवेंद्र सिंघल भी मौजूद रहे.
बता दें कि इन्होंने शहर के सदर बाजार, ब्राह्मण टीबा, मेवलियाबड, धूतों का चौक, खलीफा की गली, गुवाड मोहल्ला आदि क्षेत्रों का दौरा करते हुए यहां पर जलापूर्ति करवाई. इसके बाद लोगों के घरों में लगे नलों में आते पानी की शुद्धता की जांच भी की. पानी को जांच यंत्र में लेकर पानी की शुद्धता को देखा. जिसमें उन्होंने पाया कि अधिकांश क्षेत्रों में पानी शुद्ध है. कुछ स्थानों पर पानी में कम ब्लीचिंग होने की बात सामने आई.
वहीं, उन्होंने जांच के बाद मौजूद कार्मिकों से पूछा कि जब विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में ब्लीचिंग है, तो फिर ब्लीचिंग की मात्रा पेयजल में क्यों कम आ रही है. यह एक गंभीर विषय है. उच्च जलाशय और जलाशयों में नियमित रूप से ब्लीचिंग पाउडर डाला जाए. जिससे जनता को शुद्ध पानी मिल सके. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जहां भी पेयजल सप्लाई की लाइनों में लीकेज है, उन्हें दुरुस्त करने के लिए टीमों का गठन किया गया है, लाइनों की मरम्मत का कार्य करवाया जा रहा है.
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45 दिनों तक जनता को मिलेगा पेयजल...
अधिशासी अभियंता गोपीचंद वर्मा ने 70 दिन की नहर बंदी को लेकर कहा कि विभागीय स्तर पर अभी किसी भी प्रकार के आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं. अगर ऐसा होता है तो विभाग पेयजल का स्टोरेज करेगा. साथ ही 45 दिनों तक शहर की जनता को नियमित रूप से पानी की सप्लाई की जाएगी. इसके बाद 30 दिनों में विभाग की ओर से भी लोगों को नियमित जलापूर्ति हो, इसके लिए भी आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. कस्बे में पेयजल की गुणवत्ता की जांच को लेकर ठीमें गठित की गई हैं. जिनके जांच कार्यों का जायजा लेने गुरुवार को जलदाय विभाग के अधिशासी अभियंता गोपीचंद वर्मा स्वयं शहर के विभिन्न क्षेत्रों के दौरे पर रहे. उनके साथ जलदाय विभाग के सहायक अभियंता देवेंद्र सिंघल भी मौजूद रहे.