नागौर. जिला कलक्टर डाॅ जितेन्द्र कुमार सोनी के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे रास्ता खोलो अभियान के तहत शुक्रवार को जिले भर में रास्ते संबंधी 32 प्रकरणों का निस्तारण कर सैंकड़ों किसान परिवारों को लाभान्वित किया गया. किसान को उसके खेत में जाने का सुगम रास्ता मिल जाए और वो भी आपसी समझाईश से. सालों से बंद रास्ते प्रशासन की दखल के बाद खुलने से सैंकड़ों रास्ते खुले और किसानों को राहत प्रदान की गई.
जिले में हर शुक्रवार को रास्ता खोलो अभियान के तहत कई वर्षों से बंद पड़े रास्ते संबंधित उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार तथा उनकी टीम ने पुलिस तथा ग्रामीणों के सहयोग से खुलवाए और किसानों को राहत प्रदान की. अतिरिक्त जिला कलक्टर मनोज कुमार ने बताया कि अभियान के तहत खेतों की ओर जाने वाले बंद रास्ते खुलवाए गए, वहां बिटिया गौरव पट्टिका लगाई गई, जिन पर इस साल की मेधावी बेटियों के नाम अंकित किए गए हैं. इन बिटिया गौरव पट्टिका पर हर साल गांव में अच्छा कार्य करने वाली और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली मेधावी बेटियों के नाम बदलकर लिखे जाएंगे ताकि हर बेटी गौरवान्वित महसूस कर सके और प्रेरणा लें.
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अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने बताया कि नागौर तहसील क्षेत्र में 04, मूंडवा 02 , जायल 01, खींवसर 03, डेगाना 05 , मेड़ता 02, डीडवाना 02, लाडनूं में 03, नावां 04 तथा मकराना तहसील क्षेत्र में 02, कुचामन 03 तथा रियांबड़ी तहसील में 01रास्ते संबंधी प्रकरण का निस्तारण किया गया. जिले की खींवसर तहसील के माडपुरा गांव में रास्ता खोलो अभियान के तहत शुक्रवार को उपखण्ड अधिकारी राजकेश मीणा के 251-ए में किए गए फैसले पर तहसीलदार रूघाराम सैन के निर्देशों पर भू अभिलेख निरीक्षक जगदीश प्रसाद व उनकी टीम ने दो साल से बंद रास्ता खुलवाया. भू अभिलेख निरीक्षक व उनकी टीम ने यहां पांच सौ मीटर लंबा बंद रास्ता खुलवाकर डेढ़ सौ से अधिक किसानों को लाभान्वित किया.
डेगाना तहसील के चांदारूण, मिठड़िया व हिम्मतनगर गांव में तहसीलदार रामनिवास बाना और उनकी टीम ने करीब दो किलोमीटर लंबाई के पांच अलग-अलग जगहों पर बंद रास्ते खुलवाकर किसानों को लाभान्वित किया. इन बंद रास्तो को खुलवाने से करीब दो सौ से अधिक किसान परिवार लाभान्वित हुए हैं. जिनके लिए उनके खेत में जाने का रास्ता सुगम बन पाया है. रास्ता खोलो अभियान के तहत इन बंद रास्तों को खोलने के साथ-साथ यहां बिटिया गौरव पट्टिका भी लगाई गईं, जिन पर गांव की मेधावी छात्राओं के नाम अंकित किए गए.