नागौर. जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. बुधवार को जिले में 17 नए कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1384 पहुंच गई है. जिले में 208 केस एक्टिव हैं. वहीं कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने पर 1149 लोगों को छुट्टी दे दी गई है.
चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के अनुसार बुधवार को जिले में कोरोना संक्रमण के 17 नए मरीज मिले हैं. इनमें से नागौर शहर से 6 कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं. डीडवाना में चार और गोटन में तीन नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. इसके साथ ही चेनार, हरनावां, मकराना और गोटन में भी एक-एक कोरोना संक्रमित मरीज मिला है. जिले में कोरोना संक्रमण के चलते अब तक 27 लोगों की मौत भी हो चुकी है.
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जिले में अब तक 40 हजार 833 सैंपल जांच के लिए भिजवाए गए हैं. अब तक 38 हजार 558 सैंपल की रिपोर्ट आ चुकी है. जिसमें से 37 हजार 174 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव और 1384 सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है. अभी भी 2275 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है. बुधवार को जांच के लिए 853 सैंपल भेजे गए. प्रदेश में लगातार कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं. जिसके बाद स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया है.
क्या ठीक हो चुके मरीजों को दोबारा हो सकता है कोरोना
कोरोना वायरस विज्ञान जगत के लिए एक पहेली की तरह आया है. रात दिन वैज्ञानिक इस वायरस का तोड़ निकालने में लगे हुए हैं. यह किस तरह से हमारे शरीर को इफेक्ट करता है. वायरस की प्रकृति कैसी है. कैसे फैलता है. हर रोज नए दावे सामने आते हैं. ऐसे में एक सवाल ये उठता है कि क्या ठीक हो चुके मरीज भी फिर से कोरोना से ग्रसित हो सकते हैं.
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इसके जवाब में वैज्ञानिक कहते हैं कि जो पेशेंट एक बार कोरोना से रिकवर हो जाते हैं, उनमें इस वायरस से लड़ने के लिए शरीर में एंटीबॉडिज तैयार हो जाती हैं. अमेरिका के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना से इंफेक्टेड होने के 1 से 3 सप्ताह के भीतर शरीर में एंटीबॉडिज बनना स्टार्ट हो जाती हैं. लेकिन ये एंटीबॉडिज फिर से कोरोना के संपर्क में आने पर व्यक्ति की बॉडी की सुरक्षा कर पाती हैं या नहीं इसपर शोध जारी है.