कोटा. महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों की रोकथाम के लिए और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने के लिए कोटा ग्रामीण पुलिस ने महिला आत्मरक्षा केंद्र शुरू किया है. जहां पर लड़कियों को आत्मरक्षा के पैंतरे सिखाए जाएंगे. जिससे किसी भी आपात स्थिति में महिलाएं अपनी आत्मरक्षा कर सकेंगी.
ग्रामीण पुलिस लाइन में गुरुवार को महिला आत्मरक्षा केंद्र का उद्घाटन ग्रामीण एसपी राजन दुष्यंत ने फीता काटकर किया. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं को ग्रामीण पुलिस की महिला कमांडो आश्मीन बानो और ज्योति वर्मा ने प्रदर्शन कर बताया कि किस तरह से महिलाओं को यह ट्रेनिंग दी जाएगी. साथ ही कैसे वे किसी भी विपरीत स्थिति में बदमाशों को पटक कर गिरा सकती हैं.
इस अवसर पर ग्रामीण एसपी राजन दुष्यंत ने बताया कि इस केंद्र पर महिलाओं को सशक्त बनाने का कार्य किया जाएगा. साथ ही नियमित रूप से महिलाओं को विशेष रूप से प्रशिक्षित कमांडो की ओर से निशुल्क ट्रेनिंग दी जाएगी. जिसकी जिम्मेदारी कमांडो आश्मीन और ज्योति को दी गई है. बता दें कि आश्मीन अब तक 8 हजार और ज्योति 5 हजार 600 महिलाओं और युवतियों को ट्रेनिंग दे चुकी हैं.
ग्रामीण पुलिस लाइन में आयोजित होने वाली ट्रेनिंग बिल्कुल निशुल्क रूप से महिलाओं को दी जाएगी. वहीं, इस दौरान कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चियों और महिलाओं ने भाग लिया और ट्रेनिंग में दिलचस्पी दिखाई. लगभग 21 महिलाओं ने इस ट्रेनिंग के लिए पंजीयन अपना करवाया है.
साथ ही ग्रामीण एसपी राजन दुष्यंत ने कहा कि उपखंड स्तर पर भी वे इस तरह की ट्रेनिंग को आयोजित करेंगे. जिससे वहां की भी महिलाएं और बच्चियां जो कोटा नहीं आ सकती है, उन्हें ट्रेनिंग मिल सके. उन्होंने कहा कि इस तरह की ट्रेनिंग से छेड़छाड़ की घटनाओं पर भी विराम लगेगा.