कोटा. जिले के देवली माझी थाना क्षेत्र में हत्या का बदला लेने के लिए मर्डर करने का मामला सामने आया है. जिसमें एक गांव से दूसरे गांव पैदल जा रही वृद्धा पर कुछ महिला पुरुषों ने हमला कर दिया था. जिसकी आज कोटा के एमबीएस अस्पताल में 6 दिन उपचार चलने के बाद मौत हो गई है. इस मामले में पुलिस ने पहले जानलेवा हमले का केस दर्ज किया था. उसकी मौत के बाद अब उस दर्ज मुकदमे में हत्या की धाराएं भी जोड़ी जा रही है. इसके साथ ही मृतका के शव को पोस्टमार्टम कर उसके परिजनों को सौंप दिया गया है.
देवली माझी थाने के एएसआई रेखलाल ने बताया कि 1 अक्टूबर को बंबोरी गांव में राजपूत और मीणा समाज के दो पक्षों में झगड़ा हो गया था. इस मामले में धारदार हथियारों के हमले में रामविलास मीणा गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसने उपचार के दौरान 4 अक्टूबर को दम तोड़ दिया था. रामविलास मीणा पर हमले के मामले में उनके परिजन कन्हैयालाल और तीन-चार महिलाओं ने दूसरे पक्ष की महिला भंवर बाई पर 3 अक्टूबर को हमला कर दिया था. भंवर बाई के साथ दीपिका नाम की एक लड़की भी मौजूद थी. दोनों ही पैदल चौमा गांव जा रहे थे. इस हमले में भंवर बाई पर लोगों ने पत्थर से हमला कर दिया था. जिससे उनके सिर, नाक, मुंह और हाथ पर गंभीर चोट आई थी. जिसके बाद उसके परिजन उन्हें घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया था. अस्पताल में उपचार के दौरान आज भंवर बाई की मौत हो गई.
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एएसआई रेखलाल का कहना है कि रामविलास की हत्या के मामले में रघुराज, भीम सिंह, प्रद्युमन, दीपक और शंकर को गिरफ्तार किया था. जबकि इस दूसरे मामले में कन्हैयालाल और अन्य महिलाओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज है. ऐसे में उनकी भी अभी तलाश की जा रही है.
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