कोटा. प्रशासन ने निर्णय लेते हुए 2 दिन का लॉकडाउन किया था. जो कि मंगलवार से शुरू हो गया है, लेकिन इसका असर शहर की सड़कों पर नजर नहीं आ रहा है. शहर की सड़कों पर वाहन बड़ी मात्रा में चल रहे हैं. हालांकि, शहर के सभी मार्केट पूरी तरह बंद हैं.
बता दें कि अगस्त महीने में कोरोना संक्रमण के बेकाबू हो जाने के बाद जिला प्रशासन ने निर्णय लेते हुए 2 दिन का लॉकडाउन किया था. जिले में मंगलवार से लॉकडाउन है, लेकिन शहर की सड़कों पर वाहन बड़ी मात्रा में चल रहे हैं. जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ के निर्देश के बाद सोमवार देर रात से ही लॉकडाउन शुरू हो गया है, जो कि मंगलवार को भी रहेगा. हालांकि, आवश्यक सेवाओं को इससे दूर रखा गया है. पुलिस ने भी नाकाबंदी करते हुए शहर के बाहरी एंट्री प्वाइंट और प्रमुख चौराहों पर जाप्ता तैनात किया है. व्यापारिक संगठनों ने पहले ही जिला प्रशासन के लॉकडाउन के निर्णय पर सहमति जताते हुए अपनी दुकानों और मार्केट को बंद रखा है.
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शहर में जहां पर केवल इमरजेंसी सेवाओं की दुकानें जिनमें दूध, सब्जी और मेडिकल स्टोर खोले हुए हैं. बाकी सब कुछ बंद है. फिर भी लोग अनावश्यक रूप से शहर की सड़कों पर घूमते नजर आ रहे हैं. शहर में सार्वजनिक यातायात के ऑटो, टेंपो और टैक्सियों को बंद रखा गया था लेकिन लगातार ये बाजार में देखें जा रहे हैं. उन पर भी कोई रोक-टोक नहीं लगाई जा रही है. इसके अलावा गुमानपुरा बाजार, शॉपिंग सेंटर, कोटडी, विज्ञान नगर, सीएडी सर्किल, केशवपुरा चौराहे पर भी कोई लॉकडाउन का असर नहीं दिख रहा है.
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दरअसल, कोटा में कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए जिला प्रशासन ने हर रविवार को लॉकडाउन का निर्णय लिया था. इसके बाद सभी बाजारों को 8:00 बजे बंद करवाने के भी निर्देश जारी किए हुए हैं. उसके बाद 4 और 5 अगस्त को भी लॉकडाउन रखा गया है.